हैदराबाद : तेलंगाना के राज्यपाल (Telangana Governor) डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन का गुरुवार को तब दर्द छलका, जब वह राजभवन में 'तेलंगाना के लोगों की सेवा में चौथे वर्ष की शुरुआत' कार्यक्रम में संबोधित कर रही थीं. तेलंगाना राज्यपाल ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उनके साथ हुए अपमान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि राज्यपाल को झंडा फहराने की अनुमति नहीं दी गई.
उन्होंने कहा, "राज्य इतिहास लिखेगा कि कैसे एक महिला राज्यपाल के साथ भेदभाव किया गया था. मुझे राज्यपाल के अभिभाषण और गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण से वंचित कर दिया गया था. अब भी मैं जहां भी जाती हूं, प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाता है. यहां तक कि राज्यपाल के कार्यालय का अपमान किया गया है."
उन्होंने कहा, "हाल ही में एक दक्षिणी क्षेत्रीय बैठक हुई थी, जिसमें मैंने पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में इसमें लिया था. उस बैठक में, 75 प्रतिशत मुद्दे तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से थे. सभी मुख्यमंत्री वहां थे, लेकिन तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर इसमें शामिल नहीं थे. जब केंद्रीय गृह मंत्री समस्या को हल करने के लिए हैं तो आपको (केसीआर) क्या समस्या है, आप उस अवसर का लाभ क्यों नहीं ले रहे हैं. राज्य के हित के लिए केंद्र सरकार के साथ आपके अच्छे संबंध होने चाहिए."
राज्यपाल ने कहा, "सरकारी अस्पतालों की स्थिति वास्तव में खराब है और एक सरकारी अस्पताल के निदेशक को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. राजनेता निजी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. यदि वे अपना काम कर रहे हैं और यदि प्रत्येक जन प्रतिनिधि पहुंच योग्य है. फिर लोग अपनी चिंता लेकर मेरे पास क्यों आ रहे हैं." केसीआर सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "मैंने कुछ समस्याओं की ओर इशारा किया है और सरकार को सूचित किया है, लेकिन मुझे नहीं पता कि वे इस मुद्दे को उठा रहे हैं या नहीं."
राज्यपाल ने कहा, "वे कहते हैं कि राज्यपाल इधर-उधर नहीं जा सकते, लेकिन राज्यपाल के लिए कोई सीमा नहीं होती. मेरा इरादा केवल लोगों की मदद करना है और सब कुछ लोगों की सेवा के लिए है." केसीआर सरकार की आलोचना करते हुए सुंदरराजन ने कहा, "जब मेरे द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एक शीर्ष निर्वाचित प्रतिनिधि शामिल नहीं हो रहा है, तो उनके कार्यालय को कम से कम हमें सूचित करना चाहिए. उचित प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए. क्योंकि ये बातें तेलंगाना के इतिहास में लिखी जाएंगी.