हैदराबाद :जब फैशन की बात आती है तो ज्यादातर लोग जींस पैंट पसंद करते हैं और इनमें भी अधिकांश जींस का कपड़ा ब्रांडेड कंपनियों का होता है. लेकिन, भारत में पहली बार हैंडलूम जींस डिजाइन की गई है जो लोकप्रिय हो रही है. इसे तेलंगाना के हनमकोंडा जिले के कमलापुर के बुनकरों ने इस जींस को एक हथकरघा पर बुना है.
हालांकि राज्य हथकरघा विभाग के द्वारा उत्पाद विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञों से प्रशिक्षण दिलाया जाता है. बता दें कि कमलापुर हैंडलूम सोसाइटी को पिछले साल हिमरू पैटर्न वाले कपड़े और साड़ी बुनाई के लिए भी पुरस्कार मिला था. खास बात यह भी है कि इनके बनाए कपड़ों को निजाम काल के दौरान धनी परिवारों द्वारा पहना जाता था.
हाथ से बुने जींस के कपड़े की मांग बाजार में काफी है. वहीं पिछले तीन महीने से बुनकर अलग-अलग डिजाइन की जींस बुन रहे हैं. यही वजह है कि हैदराबाद के कई दुकानदार इस उत्पाद को विशेष ऑर्डर के साथ बाजार में बेच रहे हैं.
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इस बारे में हनमाकोंडा के जिला हथकरघा अधिकारी रविंद्र ने बताया कि हमने अगस्त में हैंडलूम जींस पेश की है. ये एकदम सही सूती जींस हैं जो पहनने में बहुत आरामदायक है. उन्होंने बताया कि इसकी आपूर्ति कई क्षेत्रों में 300 रुपये प्रति मीटर की दर से की जा रही है. उन्होंने बताया कि हम हैंडलूम जींस के लिए कई ऑर्डर ले रहे हैं. वहीं तेलंगाना सरकार भी हमें फैशन में विभिन्न प्रकार के उत्पादों का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
इसी कड़ी में बुनकर रमेश ने बताया कि इससे पहले हम केवल साड़ी और शर्ट बुनते थे. लेकिन कुछ दिनों से हमने जींस बुनना शुरू कर दिया है. इस समय हम केवल धुंधले रंग की जींस बुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम ग्राहक की मांग के अनुसार किसी भी रंग की जींस उन्हें प्रदान कर सकते हैं. लोगों का कहना है कि हाथ से बुनी यह कॉटन जींस है. वहीं हैदराबाद के कई दुकानदार इस जींस का पहले ही स्पेशल ऑर्डर दे चुके हैं और सामान को बाजार में ला रहे हैं. दूसरी तरफ हथकरघा विभाग जल्द ही इसे 'एकशिला जींस' नाम देने की योजना बना रहा है.