नई दिल्ली : तेलंगाना में सिरचिल्ला जिले का राजन्नापेट गांव (Rajannapet village of Sirchilla district) को कोविड-19 से बचाव का 'सुरक्षा कवच' मिल गया है क्योंकि यहां के सभी वयस्क टीके की कम से कम एक खुराक लेने के साथ भविष्य में भी संक्रमण से बचने के उपायों का अनुपालन कर रहे हैं और यह उपलब्धि 'प्रोजेक्ट मदद' से प्राप्त हुई.
उल्लेखनीय है कि प्रोजेक्ट मदद भारत में और विदेश में रह रहे भारतीय डॉक्टरों और स्वयंसेवकों का सामूहिक प्रयास है जिसमें वे मिलकर ग्रामीण भारत के लोगों को कोविड-19 महामारी के बारे में जागरूक करते हैं और स्वास्थ्य सहायता मुहैया कराते हैं. प्रोजेक्ट मदद ने भारतीय गांवों को कोविड-19 महामारी से प्रतिरक्षा का एक मॉडल तैयार किया है.
1,328 वयस्कों को पहली खुराक
सरकार के सहयोग से प्रोजेक्ट मदद से तेलंगाना के सिरचिल्ला जिले के राजन्नापेट गांव को कोविड प्रतिरोधी बनाने में सफलता मिली है. परियोजना से जुड़े लोगों ने बताया कि, '31 जुलाई को राजन्नापेट ने कोविड प्रतिरोधी बनने का लक्ष्य प्राप्त किया, जहां पर 1,328 वयस्कों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है.'