हैदराबाद: तेलंगाना ने सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए ई-चालान ऑनलाइन भुगतान प्रणाली में एक मिसाल कायम की है. केवल 45 दिनों में कैशलेस लेनदेन के माध्यम से राज्य के खजाने में 304 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं. देश में यह पहला मौका है जब कैशलेस सर्कुलेशन के जरिए इतनी बड़ी रकम जमा की गई है.
कैशलेस चालान को लागू करने वाले राज्य के रूप में तेलंगाना को कई पुरस्कार मिले हैं. आठ साल पहले शुरू हुआ कैशलेस चालान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत अन्य महानगरों में लागू नहीं हो पा रहा है. कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में ट्रैफिक पुलिस वर्तमान में पर्सनल डिवाइस असिस्टेंट (पीडीए) के माध्यम से डेबिट और क्रेडिट कार्ड स्वाइप कर रही है और लंबित चालान का भुगतान ले रही है. वहीं आंध्र प्रदेश में सर्विस सेंटरों पर जुर्माना भरने का सुझाव दिया गया है.
45 दिनों में 9 करोड़ के चालान काटे गए चालान का भुगतान किया गया है. क्योंकि कोरोना वायरस के चलते लाखों मोटर चालकों ने ई-चालान देना बंद कर दिया था. सरकार ने सिर्फ 45 दिनों के लिए छूट की घोषणा की थी. इस दौरान पूरे प्रदेश में 9 करोड़ पेंडिंग चालानों का निस्तारण किया गया. ज्यादातर भुगतान मोबाइल फोन के माध्यम से किये गये. इससे समय की भी बचत हुई. वहीं, यातायात पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि सड़कों पर वाहन सुचारू रूप से चलें.