निजामाबाद :तेलंगाना के निजामाबाद रेलवे स्टेशन पर एक बच्ची की हत्या (nizamabad murder case) कर मैकलूर मंडल के चिन्नापुर वन क्षेत्र में फेंक देने की घटना देर से सामने आई है. ये हत्या करने वाली एक मां है, जिसने अपनी छह साल की बेटी का गला घोंटकर मार डाला. पुलिस के मुताबिक, इस हत्या का कारण महिला का विवाहेतर संबंध है. आरोपी महिला का नाम दुर्गा भवानी है और उसका विवाह विजयवाड़ा के गुरुनाथम से हुआ था. उनकी दो बेटियां नागलक्ष्मी और 14 माह की गीता माधवी है, जिसमें से नागलक्ष्मी की हत्या का आरोप उसकी मां दुर्गा पर है.
जानकारी के मुताबिक, विजयवाड़ा के गुरुनाथम राजमिस्त्री है, लेकिन छह माह तक पत्नी दुर्गा ने उसे नौकरी छोड़ने को मजबूर कर दिया. तब से वह ऑटो चलाकर परिवार का पेट पाल रहा है. 14 जुलाई को वह सुबह ऑटो लेकर निकला और दोपहर में खाना खाने आया तो उसने देखा कि उसकी पत्नी और बच्चे घर पर नहीं हैं. आसपास के लोगों से पूछताछ करने और परिजनों को फोन करने के बाद जब उनका कोई पता नहीं चला, तब उसने भवानीपुरम थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया.
इधर, दुर्गा ने अपनी मां को कॉल कर पैसों की मदद मांगी. इस बारे में दुर्गा के परिवार ने गुरुनाथम को बताया और गुरुनाथम ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने दुर्गा के फोन कॉल को ट्रैक कर पता लगाया, तो निजामाबाद रेलवे स्टेशन उसका आखिरी लोकेशन बताया. 28 अगस्त को गुरुनाथम निजामाबाद पहुंचा और पत्नी दुर्गा से मिलकर पत्नी से बच्चों के बारे में पूछा. दुर्गा ने कहा कि छोटी बेटी गीता सो रही है और बड़ी बेटी नागलक्ष्मी बीमार होने की वजह से उसे अपने दूर के भाई श्रीनु के पास छोड़ आई है. पति गुरुनाथम को उसकी पत्नि की बातों पर शक हुआ और उसने श्रीनु के बारे में पूछा. पति के ढेर सारे सवालों से घबराकर दुर्गा ने आखिरकार बताया कि नागलक्ष्मी उसके और श्रीनु के रिश्ते के बीच आ रही थी. इस वजह से उसने बड़ी बेटी का गला घोंटकर उसकी लाश को मैकलूर मंडल के चिन्नापुर जंगल में फेंक दिया है. इतना कहकर वह पति को धक्का दी और वहां से भाग निकली.
गुरुनाथम ने मैकलूर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी, जिसके बाद पुलिस ने दुर्गा और श्रीनु का पता लगाया और दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की. पूछताछ से पता चला कि वह बांसवाड़ा मंडल के कोल्लूर निवासी ध्यानगुला श्रीनु के संपर्क में आई और उसके बाद श्रीनू से उसके विवाहेतर संबंध बन गए. चूंकि नागलक्ष्मी दुर्गा और श्रीनु के विवाहेतर संबंध के आड़े आ रही थी, इसलिए 22 अगस्त को दुर्गा ने नागलक्ष्मी की रेलवे स्टेशन में गला घोंटकर हत्या कर दी. बाद में शव को जंगल में फेंक दिया था. सीआई नरहरि, एसआई यादगिरिगौड और तहसीलदार शंकर ने उन्हें मौके पर ले जाकर पूरी घटना उनसे जाना. पोस्टमॉर्टम के बाद वहीं बच्ची का अंतिम संस्कार भी कराया गया. एसआई ने बताया कि गुरुनाथम की शिकायत के अनुसार, मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है.