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एक एकड़ जमीन से एक लाख प्रति माह की आमदनी, ऐसा किसान बना मिसाल

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Published : Mar 17, 2022, 4:30 PM IST

Updated : Mar 17, 2022, 7:45 PM IST

वेंकट रेड्डी के पास 2.5 एकड़ जमीन है, जिसमें वह धान का फसल करता था. फिर उन्होंने वो खेती करने का तय किया जिससे उन्हें किसी भी मौसम में लाभ मिल सकता (farming which give profit any time) है. इसलिए उसने सब्जी की खेती करने का निश्चित किया. अब वह एक एकड़ जमीन में करेला, लौकी, बैंगन, तरबूज, स्वीटकॉर्न और तुरई की खेती करता है.

किसान बना मिसाल
किसान बना मिसाल

हैदराबाद : एक एकड़ की जमीन में चार तरह की सब्जियां उगाकर (Farmer cultivating 4 types vegetables in one acre field) तेलंगाना के महबूबनगर का किसान वेंकट रेड्डी अन्य किसानों के लिए मिसाल (Mahabubnagar farmer Venkatreddy earning profits) बन गया है. ये किसान कभी दस एकड़ की जमीन में धान की खेती करता था, लेकिन अब केवल एक एकड़ जमीन में चार तरह की सब्जियां उगाकर एक लाख रुपये प्रति माह कमा रहा (Farmer earns rs 1 Lakh per month by cultivating 4 types vegetables) है. सूनने में ताजुब लगे कि यह खेती वह बिना मजदूरों के करता है. केवल वेंकट और उसकी पत्नी ही यह खती कर रहे हैं.

एक एकड़ जमीन से एक लाख प्रति माह की आमदनी

जानकारी के मुताबिक, वेंकट रेड्डी के पास 2.5 एकड़ जमीन है, जिसमें वह धान का फसल करता था. फिर उन्होंने वो खेती करने का तय किया जिससे उन्हें किसी भी मौसम में लाभ मिल सकता (farming which give profit any time) है. इसलिए उसने सब्जी की खेती करने का निश्चित किया. अब वह एक एकड़ जमीन में करेला, लौकी, बैंगन, तरबूज, स्वीटकॉर्न और तुरई की खेती करता है. वह ड्रिप के जरिये खेतों तक पानी पहुंचाता है, जिससे फसल को अच्छा-खासा पानी मिले और पानी की किसी तरह बर्बादी भी न हो. फसल अच्छी हो, इसलिए नए नए तरीकों को वेंकट ने अपनाया भी है.

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इस तरह वेंकट को अब एक के बाद एक फसल से मुनाफा मिलने लगा है और इस तरह उन्हें एक लाख रुपये प्रति माह की आमदनी होती है. वह अपनी सब्जियां महबूबनगर सब्जी मंडी में बेचते हैं. इस बारे में वेंकट रेड्डी ने बताया कि उन्होंने तीन साल पहले इस खेती की शुरुआत की थी. एक बार में वह एक एकड़ जमीन में चार तरह की सब्जियां उगाते हैं. एक फसल को पूरा होने में 45 दिन लगते हैं. इस तरह पूरा साल खेती जारी रहता है. फसल पकने के बाद वह सब्जियां मंडियों में भेज देते हैं, इससे उन्हें एक लाख रुपये तक की आय मिलती है. वेंकट के मुताबिक, धान की खेती से अधिक लाभ सब्जियों की खेती से उन्हें मिल रहा है. उन्होंने कहा, 'मैं खेतों में मजदूरों पर निर्भर नहीं हूं. वहीं, सब्जियों की खेती से मैं पूरी तरह से संतुष्ट हूं.'

Last Updated : Mar 17, 2022, 7:45 PM IST

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