मुंबई : तीसरा मोर्चा बनाने की चर्चा के बीच, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (Telangana Chief Minister K Chandrasekhar Rao) ने राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ लाने के प्रयासों के तहत रविवार को महाराष्ट्र के अपने समकक्ष उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार (Nationalist Congress Party (NCP) president Sharad Pawar) से अलग-अलग मुलाकात की. राव और ठाकरे ने बदलाव को वक्त की जरूरत बताया जबकि पवार ने कहा कि देश के सामने मौजूद गरीबी, बेरोजगारी और कृषि संकट जैसे विभिन्न मुद्दों को हल करने के लिए सभी समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आने की जरूरत है. हालांकि, न तो तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख राव, और न ही शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे या राकांपा प्रमुख पवार ने तीसरे मोर्चे के बारे में स्पष्ट शब्दों में बात की.
इस बीच, कांग्रेस ने कहा कि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव के भाजपा-विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयासों का स्वागत करती है, हालांकि, साथ ही आगाह किया कि क्षेत्रीय दलों की इस तरह की पहल सत्तारूढ़ भाजपा की 'एकमात्र विकल्प' कांग्रेस के बिना सफल नहीं हो सकती. ठाकरे के निमंत्रण पर मुंबई की यात्रा पर आये राव ने कहा कि वह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत हुए हैं कि बदलाव समय की जरूरत है.
ठाकरे के आधिकारिक आवास 'वर्षा' में दो घंटे की बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया, जहां राव ने कहा कि यह एक 'अच्छी शुरुआत' है और वे अन्य क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों के नेताओं से बात करने के बाद फिर से मिलेंगे. इसके बाद राव दक्षिण मुंबई में स्थित पवार के आवास पर गये जहां उन्होंने उनके साथ राजनीतिक चर्चा की. पवार ने कहा कि देश के सामने मौजूद गरीबी, बेरोजगारी और कृषि संकट जैसे विभिन्न मुद्दों को हल करने के लिए सभी समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आने की जरूरत है. राव ने कहा, 'मैं यहां शरद पवार के साथ राजनीतिक चर्चा करने और आजादी के 75 साल बाद देश को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर बात करने आया था. हमने उन बदलावों को लाने की जरूरत पर भी चर्चा की जो आवश्यक हैं लेकिन अभी तक नहीं किए गए हैं.'