कोलकाता : पश्चिम बंगाल के शिक्षक संघ ने वेतन की समानता की मांग करते हुए विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा में घुसने की कोशिश भी की.
विधानसभा सत्र से पहले शिक्षक संघ के प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा लग गया. उन्होंने गेट नंबर 6 से विधानसभा के अंदर घुसने की कोशिश की. इस दौरान शिक्षकों ने पुलिस के साथ हाथापाई भी की.
आंदोलनकारी शिक्षकों में से एक गीता विश्वास ने कहा, हम नियमित शिक्षकों जितना ही काम करते हैं और इस के लिए समान वेतन चाहते हैं. साथ ही सेवानिवृत्ति के लाभ भी चाहते हैं. उन्होंने कहा, हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलना चाहते हैं. यह हमारे स्वाभिमान की लड़ाई है.
एक अधिकारी ने कहा कि महिला पुलिस कर्मियों की एक टीम विधानसभा पहुंची और प्रदर्शनकारी महिलाओं को वहां से हटाया गया. 50 से अधिक शिक्षकों को वहां से हटा गया.
अधिकारी ने कहा कि विधानसभा परिसर में पुलिस के जवान तैनात थे, इसके बाद भी प्रदर्शनकारी गेट पर कैसे चढ़ें इसकी जांच की जाएगी. सुरक्षा इंतेजामों में कोई चूक हुई है या नहीं इसका पता लगाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम को वहां तैनात किया गया है.
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बता दें कि राज्य शिक्षा विभाग ने प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों का वेतन 5,954 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति महीना कर दिया है. वहीं, उच्चतर माध्यमिक स्तर पर शिक्षकों का मासिक वेतन 8,500 रुपये से बढ़ाकर 13,000 रुपये कर दिया गया है.
इस मामले को लेकर राज्य मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा, विधानसभा किसी विशेष पार्टी से संबंधित नहीं है. विरोध जताने के लिए और आंदोलन करने के कई और स्थान हैं. लोकतंत्र में, कोई भी प्रदर्शन कर सकता है लेकिन विधानसभा परिसर में नहीं.