श्रावस्तीःराजस्थान के जालोर में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत का मामला अभी थमा नहीं था कि जिले में भी एक ऐसी ही घटना सामने आई है. थाना सिरसिया क्षेत्र में स्थित एक निजी स्कूल के शिक्षक ने सिर्फ 250 रुपये फीस के लिए हैवान बन गया और कक्षा 3 में पढ़ने वाले छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी. जिससे छात्र की इलाज के दौरान 9 दिन बाद मौत हो गई. वहीं, पुलिस ने आरोपी शिक्षक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है.
18 अगस्त यानी गुरुवार को शिवकुमार निवासी बनकटवा खुर्द ने थाना सिरसिया में तहरीर दी. तहरीर के अनुसार कक्षा 3 में पढ़ने वाला शिवकुमार का भतीजा बृजेश पुत्र नबीर (13) 8 अगस्त को पंडित ब्रह्मदत्त विद्यालय चेलाही में पढ़ने गया था. यहां अध्यापक अनुपम पाठक ने बेहरमी से पिटाई कर दी. गंभीर रूप से घायल बृजेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान 17 अगस्त को मौत हो गई. शिवकुमार की शिकायत पर थाना सिरसिया पुलिस ने अनुपम पाठक निवासी बनगाई थाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था.
श्रावस्ती में शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत. वहीं, मृतक के भाई राजेश विश्वकर्मा का आरोप है कि' उसके भाई को शिक्षक ने स्कूल फीस 250 रुपये के लिए पीटा था. जबकि उसने फीस ऑनलाइन जमा करा दिया था, लेकिन टीचर को पता नहीं चला और उसने मेरे भाई को बेहरमी से पीटा. जिससे उसका हाथ टूट गया और आंतरिक रक्तश्राव हुआ था.'
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एसपी अरविंद के मौर्या ने बताया कि 13 वर्षीय छात्र की इलाज के दौरान जिला हॉस्पिटल बहराइच में हुई मृत्यु के संबंध में उसके चाचा द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना सिरसिया पुलिस द्वारा सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था. इसके बाद आरोपी अनुपम पाठक को मुखबिर की सूचना पर उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है. छात्र की मौत के बाद विपक्ष ने एक बार फिर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस का कहना है कि यूपी के श्रावस्ती में छात्र के साथ हुई बर्बरता पर भाजपाई हुकूमत चुप्पी साधे बैठी हुई है. जनता भाजपाइयों का दोहरा चरित्र और चेहरा देख रही है.