नई दिल्ली : ग्रहों के राजा सूर्यदेव हर महीने अपना स्थान बदलकर एक राशि से दूसरे राशि में भ्रमण करते हैं. जिस तिथि को वह राशि परिवर्तन करते हैं , उस दिन संक्रांति होती है. सूर्यदेव जिस राशि में प्रवेश करते हैं, उस संक्रांति को उसका नाम दिया जाता है. आज यानी 15 मई रविवार को सूर्य वृषभ राशि में गोचर होने वाले हैं, इसलिए रविवार को वृष संक्रांति या वृषभ संक्रांति कहा जाता है. सूर्य का जब राशि परिवर्तन होता है तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है.
यदि कोई संक्रांति का व्रत रखते हैं, उन्हें नियमों का पालन करना चाहिए. संक्रांति के दिन गंगा या किसी भी पवित्र नदी में स्नान पुण्यदायक माना गया है. माना जाता है कि ऐसा करने पर व्यक्ति को ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है. अगर किसी नदी या पवित्र सरोवर मे स्नान का मौका नहीं मिलता है तो सुबह घर में ही नित्यक्रिया से निवृत होने के बाद परमात्मा को यादकर स्नान करना चाहिए. स्नान के जल में तिल अवश्य डालें. इस दिन दान-धर्म की बहुत मान्यता है इसीलिए स्नान के बाद ब्राह्मण को अनाज, फल आदि दान करना चाहिए.
मेष - सूर्य आज से वृष राशि में प्रवेश करेंगे. यह समय आपके लिए धन और वैभव में वृद्धि करने वाला होगा. हालांकि इस दौरान आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा. किसी के साथ मतभेद ना बढ़ने दें.
उपाय-भगवान सूर्य को रोजाना अर्घ्य दें.
वृषभ- आज से एक महीने तक आप जीवन की कई समस्याओं को आसानी से हल करने में सक्षम रहेंगे. अहंकार आपमें बढ़ सकता है, जीवनसाथी के साथ बातचीत में ध्यान रखें. बिजनेस पार्टनर के साथ बोलचाल में सावधानी बरतनी होगी.
उपाय-गायत्री मंत्र की एक माला का पाठ करें.
मिथुन-सूर्य के वृषभ में प्रवेश से मिथुन राशि के लिए विदेश से जुड़े काम आसानी से बनते चले जाएंगे. आपको काम के लिए कोई नया अवसर भी मिल सकता है. रिश्तों को सुधारने का अवसर मिलेगा.
उपाय- सूर्याष्टक का पाठ करें.
कर्क-वृषभ संक्रांति से एक महीने तक आपको काफी सामाजिक सम्मान प्राप्त होगा. नए लोगों के साथ आप संपर्क में आएंगे. इस दौरान आय के साधन बढ़ाने की भी कोशिश करेंगे. सरकारी काम से आपको लाभ हो सकता है.
उपाय- गुड़ का दान करें और प्याऊ की व्यवस्था करें.
सिंह-सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का वृषभ राशि में मध्यम फलदायक रहेगा. इस समय आपको अपने व्यवसाय पर ज्यादा ध्यान देना होगा. पारिवारिक वातावरण खुशहाल रहेगा. इस दौरान पिता से आपको विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा.
उपाय- भगवान सूर्य की पूजा जरूर करें.