आगरा: जिले की खेरागढ़ तहसील के थाना जगनेर क्षेत्र में ढाई साल के मासूम की बलि दिए जाने का पुलिस ने खुलासा किया है. आरोप है कि तंत्र मंत्र को कारगर करने के लिए आरोपी ने ऋतिक की बलि दी थी. पुलिस ने तांत्रिक को सबूतों और गवाहों के आधार पर दबोच कर मामले का पर्दाफाश किया.
आरोपी की पहचान भोला उर्फ हुकम सिंह पुत्र कैलाशी के रुप में हुई है. पकड़े गए तांत्रिक आरोपी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने की कार्रवाई में पुलिस जुट गई है. आरोपी झाड़-फूंक का काम करता था. उसके झाड़-फूंक के काम में भक्तों की संख्या कम होने पर उसने गांव में चामड़ माता को खुश करने के लिए ऋतिक की बलि दे दी.
एसपी पश्चिम आगरा देहात सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि 15 जून को एक बच्चा गुम हो गया था. पकड़े गए तांत्रिक आरोपी भोला ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि, 15 जून को बरिगवां बुजुर्ग निवासी रामअवतार का ढाई साल के बेटे ऋतिक को उसने पास के कुएं के पास अकेला खेलते देख अगवा कर लिया था. जिसके बाद उसने अपने ट्यूबवेल के कमरे में ले जाकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. बाद में उसने उस मासूस को देवी मां के चरणों में रख दिया. कुछ देर के बाद उसने ऋतिक को बोरे में बंद करके कर झाड़ियों में छुपा दिया.
अचानक से बच्चे के गायब होने की सूचना गांव में आग की तरह फैल गई. काफी देर तक खोजबीन की गयी. जब कोई अता-पता नहीं चला तो उस बच्चे के पिता ने बच्चे के गायब होने की सूचना पुलिस को दी. जांच में जुटी पुलिस और ग्रामीणों को 16 जून को गायब हुये बच्चे का शव गांव से बाहर सुखी पड़ी किबाड़ नदी में पड़ा मिला.
पोस्टमार्टम में बच्चे की हत्या की बात सामने आयी है. इसके बाद पुलिस मामले की छानबीन शुरु की. आखिरकार पुलिस आरोपी तक पहुंचने में कामयाब हो गयी. वहीं, आरोपी तांत्रिक ने बताया कि 16 जून की सुबह चार बजे वह बच्चे के शव को बोरी में डालकर सूखी पड़ी किबाड़ नदी में फेंक दिया था, जिससे उसके शव को जंगली जानवर खा जाएं.
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गांव के शेरू ने भोला को ऋतिक को अपने साथ ले जाते देख लिया था. भोला ने शेरू को धमकी दे रहा था कि उसने किसी को बताया तो उसकी भी खेर नहीं है. परिवार सहित चामड़ माता पर बलि चढ़ा दूंगा. तुम्हारे परिवार पर इस तरह की तांत्रिक क्रिया करूंगा कि घर में रोज एक नयी मौत होगी. इसके बावजूद शेरू ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस को सारी सच्चाई बता दी.
इस मामले में एसपी पश्चिम आगरा देहात सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि 15 जून को एक बच्चा गुम हो गया था. उसके बाद उसके पिता ने 16 जून को गुमशुदगी की एक तहरीर दी थी. तहरीर मिलने के बाद पुलिस छानबीन शुरु की. छानबीन के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी झाड़ और फूंक का काम करता था. उसका झाड़ -फूंक काम नहीं कर रहा था तो उसने बच्चे की बलि दे दी. उन्होंने बताया कि आरोपी ने बच्चे को कुएं के पास अकेला खेलते देख अगवा कर लिया था. जिसके बाद उसने अपने ट्यूबवेल के पास ले गया और उसकी हत्या कर दी. बाद में उसने उस मासूस को देवी के चरणों में रख दिया और मंत्र जाप किया. आरोपी ने जिस बोरे में शव को छिपाया था वह बोरा और बच्चे का सैंडल बरामद कर लिया गया है.
आरोपी हड़पना चाहता था बाबा की संपत्ति
एसपी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि ऋतिक के पिता रामअवतार को बरिगवां बुजुर्ग निवासी गरीबा ने गोद लिया था. गरीबा की रामअवतार से कहासुनी हो जाती थी. गरीबा ने कहासुनी के दौरान रामअवतार को संपत्ति न देने की बात कही थी, जिसे आरोपी भोला ने सुन लिया. इस बात को वह भुनाना चाहता था. आरोपी ने प्लान बनाया कि ऋतिक की हत्या के बाद रामअवतार अपने गांव पीपल खेड़ा चला जायेगा और गरीबा अपनी संपत्ति को बेचेगी, जिसे वह खरीद लेगा.
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