तमिलनाडु में लगातार बारिश के चलते स्कूल- कॉलेजों में छुट्टी - तमिलनाडु बारिश
Tamil Nadu rain: तमिलनाडु में बारिश के चलते एक बार फिर से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लगातार बारिश के कारण कई जिलों के स्कूल- कॉलेजों में छुट्टी दे दी गई.
तमिलनाडु में लगातार बारिश के चलते स्कूल- कॉलेजों में छुट्टी
चेन्नई: राज्य में लगातार बारिश के बाद सोमवार को तमिलनाडु के आठ जिलों में शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. जिला कलेक्टरों ने सोमवार को कल्लाकुरिची, रानीपेट, वेल्लोर और तिरुवन्नमलाई जिलों के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है. अधिकारियों ने कहा कि नागापट्टिनम, किलवेलूर, विलुप्पुरम और कुड्डालोर में स्कूल और कॉलेज सोमवार को बंद रहेंगे.
इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के तटीय जिलों में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है. कभी-कभी तेज बारिश के भी आसार हैं. दिन में गरज और बिजली के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने आगे कहा कि तमिलनाडु में बंगाल की खाड़ी से नमी आने के लिए अनुकूल परिस्थितियों के साथ निचले क्षोभमंडल स्तर पर तेज पूर्वी/उत्तरपूर्वी हवाएं चल रही हैं.
इससे क्षेत्र में बारिश का मौजूदा दौर जारी है. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार तमिलनाडु के नागापट्टिनम में 7 जनवरी को सुबह 8.30 बजे से 8 जनवरी को सुबह 5.30 बजे के बीच सबसे अधिक 167 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि मुगलिवक्कम जीसीसी में 53.4 मिमी बारिश हुई, जो सबसे कम थी.
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार कराईकल, पुडुचेरी, कुड्डालोर और एन्नोर बंदरगाह एडब्ल्यूएस क्षेत्रों में इस समय 100 से 90 मिमी के बीच वर्षा दर्ज की गई. चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने अगले 3-4 दिनों में दक्षिण तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर, उत्तरी तमिलनाडु में एक या दो स्थानों पर और पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है.
चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि इसके अलावा अगले 3 दिनों के पूर्वानुमान में विल्लुपुरम, वेल्लोर, चेन्नई, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, रामनाथपुरम और कन्याकुमारी में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. तमिलनाडु में इस साल भारी बारिश हुई है. सबसे पहले चक्रवात मिचौंग ने चेन्नई और आसपास के जिलों में भारी बारिश की, जिससे तबाही मच गई. बारिश के कारण राज्य को करोड़ों रुपये की सार्वजनिक और निजी संपत्ति का भारी नुकसान हुआ.