चेन्नई: तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि बुधवार को राजभवन और द्रमुक के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार के बीच चल रहे नीट (NEET) विवाद के बीच दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. मंगलवार को मयिलादुथुराई जिले के दौरे के दौरान द्रमुक के सहयोगी वीसीके और वाम दलों द्वारा उन्हें काले झंडे दिखाए गए. उसके एक दिन बाद यानी बुधवार को राज्यपाल रवि एक निजी विमान से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हो गए. राज्यपाल की यात्रा पर कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है. यहां तक कि राजभवन के सूत्र भी उनकी दिल्ली यात्रा पर चुप्पी साधे हैं.
प्रसंगवश उन्होंने इस महीने की शुरुआत में दिल्ली का दौरा किया था और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. तमिलनाडु को राष्ट्रीय प्रवेश-सह-पात्रता परीक्षा (एनईईटी) के दायरे से छूट देने की मांग करने वाला सत्तारूढ़ द्रमुक-पायलट विधानसभा विधेयक सरकार और राजभवन के बीच विवाद का विषय बन गया है, सितंबर 2021 में विधान सभा द्वारा पारित किए गए बिल को राज्यपाल रवि ने फरवरी 2022 में वापस कर दिया गया है. तमिलनाडु विधान सभा में एक बार उसी मामले को दोबारा पारित किया गया है. इसके अलावे कई बिल राजभवन के पास लंबित है. द्रमुक और उसके सहयोगियों ने पिछले सप्ताह रवि द्वारा आयोजित तमिल नव वर्ष 'एट होम' के स्वागत का बहिष्कार किया था. मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को कहा था कि इसमें भाग लेने का मतलब लोगों की भावनाओं को आहत करना होगा और सदन की गरिमा को और अधिक नुकसान पहुंचाना होगा. नीट बिल राजभवन में अटका और लावारिस पड़ा था.