अयोध्या पहुंचे तमिल छात्रों का भव्य स्वागत हुआ. अयोध्याः अयोध्या में मंगलवार देर शाम काशी तमिल संगमम 2 से जुड़ा एक डेलिगेशन पहुंचा. दल का भव्य स्वागत किया गया. अंतर्राष्ट्रीय बस स्टेशन पर संस्कृत विभाग के प्रक्षेगृह पर दल के सभी सदस्यों का तिलक लगाकर पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया. इसके बाद फरूवाही नृत्य, फाग नृत्य और भगवान राम के भजनों ने अतिथियों का मन मोह लिया. तमिल छात्रों ने भजनों पर जमकर डांस किया. दल में 212 सदस्य शामिल रहे. दल के सदस्यों ने काशी और अयोध्या की जमकर तारीफ की.
अयोध्या पहुंचे तमिल छात्रों ने कार्यक्रम में शिरकत की. ग्रुप लीडर रिंकू ढांडा ने बताया कि काशी तमिल संगमम में इस वर्ष सात ग्रुप अयोध्या यात्रा पर पहुंचेंगे. आज पहला ग्रुप सिर्फ छात्र-छात्राओं का है जिन्हें गंगा नाम दिया गया है, जिसमें 18 से 20 वर्ष के बीच आयु के छात्र-छात्राएं शामिल है जो अलग-अलग कॉलेज के है. यहां आकर इन्हें उत्तर भारतीय संस्कृति और सभ्यता को समझने का मौका मिला. यहां पर होने वाले आदर सत्कार से सभी छात्र अभिभूत है. पहले भी कई बार ऐसा देखा है कि कार्यक्रम से लौटते समय दक्षिण भारत से आने वाले अतिथि भावुक हो जाते हैं.
कार्यक्रम पेश करते कलाकार.
दल के सदस्य नागनाथन ने कहा कि उत्तर और दक्षिण भारतीय संस्कृति को समझने का अच्छा मौका है. इससे एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना का संचार हो रहा है. लॉ के छात्र नागनाथन ने बताया कि इस प्रयास के लिए मैं देश के प्रधानमंत्री और भारत के शिक्षा मंत्रालय का धन्यवाद देता हूं. आज यहां आकर यह सब देखकर इस बात का अहसास होता है कि हमारी सांस्कृतिक विरासत कितनी बड़ी है.
कार्यक्रम पेश करतीं कलाकार. भजनों पर जमकर झूमे तमिल दल के सदस्य. दो स्थानों में दूरियां जरूर हो सकती हैं भाषा और पहनावे में फर्क जरूर हो सकता है लेकिन हमारी जड़ एक है, जिस तरह से भगवान राम ने रामेश्वरम में जाकर ज्योतिर्लिंग की स्थापना की उससे यह प्रमाण मिलता है कि दोनों संस्कृतियों में कितना गहरा जुड़ाव है. एक भारत श्रेष्ठ भारत का या सबसे बड़ा उदाहरण है. ये भी पढ़ेंः IIT कानपुर के हॉस्टल में मिला रिसर्च स्टॉफ मेंबर डॉ. पल्लवी का शव, हत्या या आत्महत्या?
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