वेल्लोर:जिले केअल्लेरी गांव में सांप काटने से बच्ची की मौत के मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने गांव में हेल्थ सेंटर बनाने के आदेश दिए हैं. वहीं जिलाधिकारी ने भी गांव का दौरा कर पीड़ित माता-पिता को सांत्वना दी. बता दें कि पिछले दिनों गांव में एक नवजात बच्ची को सांप ने काट लिया लेकिन गांव में कोई चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण उसे दूर स्थित अस्पाल ले जाने के लिए माता-पिता को मजबूर होना पड़ा. वक्त पर इलाज नहीं होने के कारण बच्ची ने दम तोड़ दिया. वहीं, माता-पिता को बच्ची के शव को अपने कंधे पर एक खतरनाक पहाड़ी सड़क से होकर लाना पड़ा क्योंकि एम्बुलेंस खराब हो गई थी.
जानकारी के अनुसार डेढ़ साल की तनुष्का अपने माता-पिता के साथ घर के बाहर सो रही थी, उसे 26 मई शुक्रवार को सांप ने काट लिया. तनुष्का के पिता विजी और मां प्रिया उसे वेल्लोर के सरकारी अस्पताल ले गए. सड़क की उचित सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें अस्पताल पहुंचने में काफी समय लग गया. डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया. देरी के कारण तनुष्का के पूरे शरीर में विष फैल गया और उसने दम तोड़ दिया.
अनाईकट्टू पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामला दर्ज कर लिया है. इसके बाद बच्चे के शव को अंतिम संस्कार के लिए माता-पिता को सौंप दिया गया, जिसे बाद में एंबुलेंस में ले जाया गया. वेल्लोर में खराब सड़कों के कारण, पीड़ित माता-पिता और मृत बच्चे को ले जा रही एंबुलेंस खराब हो गई. मृतक तनुष्का की मां प्रिया को बच्चे को कीचड़ भरे रास्ते पर अपने गांव ले जाना पड़ा. बच्चे के माता-पिता और परिजनों को करीब 10 किमी तक शव को पैदल ले जाना पड़ा.