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तमिलनाडु: जमीन बेचने के लिए वक्फ बोर्ड से अनुमति लेने पर विवाद, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की धमकी - त्रिची वक्फ बोर्ड भूमि विवाद

तमिलनाडु के त्रिची जिले के सात गांवों में वक्फ बोर्ड ने उसके स्वामित्व वाली संपत्ति (trichy Waqf board land issue) होने का दावा किया है. वक्फ बोर्ड ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय को पत्र भेजकर कहा था कि जो लोग गांव में जमीन बेचना चाहते हैं, उन्हें वक्फ बोर्ड से एनओसी प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा. ग्रामीणों ने वक्फ बोर्ड के इस दावे का विरोध किया है और आंदोलन की धमकी दी है.

trichy Waqf board land issue
trichy Waqf board land issue

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Published : Sep 16, 2022, 10:32 PM IST

चेन्नई: तमिलनाडु के त्रिची जिले के तिरुचेंदुरई गांव में जमीन बेचने के लिए वक्फ बोर्ड की अनुमति लिए जाने के मामले (trichy Waqf board land issue) पर विवाद खड़ा हो गया है. इस मामले को प्रभावित पक्षों की श्रीरंगम में एक बैठक की, जिसमें फैसला लिया गया कि जमीन बेचने के लिए वक्फ बोर्ड से अनुमति लेने की जरूरत नहीं है. दरअसल, तिरुचेंदुरई क्षेत्र में एक बड़ा विवाद तब पैदा हो गया जब तिरुचि के संयुक्त उप-रजिस्ट्रार ने एक व्यक्ति राजगोपाल (जो तिरुचेंदुरई गांव में एक एकड़ कृषि भूमि का मालिक है) से वक्फ बोर्ड ने नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) लाने को कहा.

इससे पहले, वक्फ बोर्ड ने त्रिची में सब रजिस्ट्रार कार्यालय को पत्र भेजकर कहा था कि त्रिची जिले के तिरुचेंदुरई, सेम्पंकुलम, पेरियानायकाछत्रम, चित्तानथम, कोमाकुडी, मामेदु और बगनूर नाम के सात गांव में उसके स्वामित्व वाली संपत्ति हैं. वक्फ बोर्ड ने पत्र में कहा था कि तिरुचेंदुरई गांव में 480 एकड़ का पूरा भूखंड उसी का है. वक्फ बोर्ड ने यह भी कहा कि जो लोग गांव में जमीन बेचना चाहते हैं, उन्हें वक्फ बोर्ड से एनओसी प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा.

इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया और उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो तिरुचेंदुरई में चंद्रशेखर स्वामी मंदिर भी वक्फ बोर्ड का होगा. लोगों ने मामले को त्रिची जिला कलेक्टर के सामने उठाया और वक्फ बोर्ड के दावे के खिलाफ आंदोलन करने की धमकी दी. स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि उनके पास पट्टा, चिट्टा, अदंगल, और राजस्व विभाग द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र हैं और मदीन अकादमी का दावा झूठा है. बुधवार को श्रीरंगम में हुई बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि तिरुचेंदुरई गांव में टाइटल डीड का पंजीकरण हमेशा की तरह होगा और इसमें कोई बाधा नहीं है.

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तमिलनाडु के पंजीकरण महानिरीक्षक ने वक्फ बोर्ड द्वारा किए गए दावों पर आगे की विस्तृत जांच के लिए मामले को उठाया है. तमिलनाडु वक्फ बोर्ड एक वैधानिक निकाय है जो राज्य में वक्फ संस्थानों और संपत्तियों की देखरेख और प्रबंधन करता है.

वहीं, मामला सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एच. राजा तिरुचेंदुरई गांव के शिव मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे और यहां ग्रामीणों से मुलाकात कर वक्फ बोर्ड के ग्राम स्थलों से संबंधित गतिविधियों की जानकारी ली. बाद में मीडिया से बात करते हुए, एच. राजा ने कहा कि बोर्ड के अध्यक्ष के लिए यह घोषित करना अवैध है कि त्रिची जिले के तिरुचेंदुरई का पूरा गांव वक्फ बोर्ड का है. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड तिरुचेंदुरा और तिरुवेरुमपुर में हिंदुओं की संपत्तियों को जब्त करने पर विचार कर रहा है. उन्होंने मांग की कि इस तरह की धोखाधड़ी में शामिल वक्फ बोर्ड के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. भाजपा नेता ने कहा कि इस मामले में न केवल हिंदू बल्कि मुसलमान भी प्रभावित हैं. तमिलनाडु में इस समय भूतों का राज चल रहा है.

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