पटना: तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों से हिंसा के बर्गलाने वाले वीडियो पोस्ट करने के आरोप मेंयूट्यूबर मनीष कश्यपकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आर्थिक अपराध ईकाई की पूछताछ पूरी होने के बाद आज तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर तमिलनाडु के लिए रवाना हो सकती है. इसके लिए तमिलनाडु पुलिस ने पटना कोर्ट में रिमांड को लेकर अर्जी लगाई हुई है. कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद तमिलनाडु पुलिस की टीम मनीष कश्यप को लेकर तमिलनाडु चली जाएगी. इधर ईओयू की पूछताछ में बड़े खुलासे हुई हैं. सूत्रों की मानें तो मनीष कश्यप पैसे लेकर अपने यूट्यूब चैनल 'सचतक' पर खबरें चलाता था. उसने कई ऐसे राज उगले हैं जिनकी कड़ियां ईओयू की टीम बारीकी से जोड़कर देख रही है.
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आज तमिलनाडु पुलिस लेगी रिमांड: बता दें कि कल ही तमिलनाडु पुलिस ने पटना कोर्ट में रिमांड की अर्जी दी हुई थी, लेकिन एक अधिवक्ता के निधन के चलते सुनवाई नहीं हो सकी थी. आज इस मसले पर फिर सुनवाई होनी है. बता दें कि तमिलनाडु में भी यूट्यूबर मनीष कश्यप पर केस दर्ज किए गए हैं. तमिलनाडु पुलिस का आरोप है कि उसके भ्रामक वीडियो से दो राज्यों के बीच तनाव बढ़ रहे थे. मनीष कश्यप ने जिस दिन सरेंडर किया था उसी समय ही तमिलनाडु पुलिस की एक टीम पटना में पहुंची हुई है. ईओयू की पूछताछ पूरी हो जाने के बाद तमिलनाडु पुलिस का रास्ता साफ हो गया है.
मनीष के मोबाइल में छिपा है राज: आर्थिक अपराध इकाई ने कई साक्ष्य जुटाए हैं लेकिन सबसे बड़ा सबूत मनीष का मोबाइल है जिससे वो वीडियो अपलोड किया करता था. पुलिस इसकी तलाश के लिए कई बार मनीष से पूछताछ भी कर चुकी है. लेकिन उसकी जानकारी अभी तक नहीं दी है. ईओयू सूत्रों ने बताया है कि मनीष कश्यप का सिंडिकेट अंतर्राज्यीय था. कई राज्य उसे संरक्षण दे रहे थे. जिस मोबाइल से वो वीडियो अपलोड करता था उसका पता नहीं चल पाया है. वीडियो अपलोड करने में वो होटल के वाईफाई अक्सर इस्तेमाल करता था.