थूथुकुडी (तमिलनाडु): इटव भट्ट के शंकरनारायणन लिखते हैं कि तमिलनाडु राज्य (Tamil Nadu) के दक्षिणी तूतीकोरिन जिले के कुलसेकरनपट्टनम में आयोजित कुलसाई दशहरा (Kulsai Dussehra) उत्सव अपने अनोखे रंगों की वजह से दुनिया भर में आकर्षण का केंद्र रहता है.
तमिलनाडु के कुलसाई दशहरा के अनोखे रंग दशहरा (Dussehra) एक ही नाम से पूरे भारत में एक ही दिन मनाया जाने वाला त्योहार है.
तमिलनाडु के कुलसाई दशहरा के अनोखे रंग लेकिन प्रत्येक भाग अपनी विशिष्टता से ध्यान आकर्षित करता है.
तमिलनाडु के कुलसाई दशहरा के अनोखे रंग तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले के कुलसेकरनपट्टनम में स्थित, मुथरम्मन मंदिर में हर साल दशहरा उत्सव के लिए लाखों भक्त आते हैं.
तमिलनाडु के कुलसाई दशहरा के अनोखे रंग हमने 10 दिवसीय दशहरा उत्सव के अंतिम दिन कुलशेखरनपट्टनम में हिस्सा लिया.
तमिलनाडु के कुलसाई दशहरा के अनोखे रंग मंदिर से करीब 2 किमी दूर वाहनों को रोक दिया गया और उसके बाद सभी भक्तों को पैदल जाने की ही अनुमति थी.
तमिलनाडु के कुलसाई दशहरा के अनोखे रंग व्यवस्था ऐसे की गई थी कि शहर के अंदर मंदिर जाने का एक रास्ता हो और बाहर निकलने का दूसरा रास्ता हो.
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कुलसेकरनपट्टिनम की ओर जोश के साथ आने वाले लोगों का स्थानीय लोग उत्साह से स्वागत करते हैं.
तमिलनाडु के कुलसाई दशहरा के अनोखे रंग सबसे छोटे गांव कुलसेकरनपट्टिनम में इतनी भीड़ दशहरे के दिन ही आती है.
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