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सरकार छोड़ने पर विचार कर रहे पीटीआर? पहेली के साथ ट्वीट, फिर स्पष्टीकरण

तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल थियागा राजन (Palanivel Thiaga Rajan) ने एक ट्वीट में कहा है कि नए साल के लिए उनका लक्ष्य एक ऐसी किताब लिखना है जो सरकार से बाहर निकलने के बाद जारी की जाएगी. इसने अटकलों को जन्म दिया कि क्या वह सरकार छोड़ने पर विचार कर रहे हैं.? हालांकि बाद में उनका एक स्पष्टीकरण ट्वीट भी आया. ईटीवी भारत के चेन्नई ब्यूरो चीफ एमसी राजन की रिपोर्ट.

Palanivel Thiaga Rajan
तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल थियागा राज

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Published : Jan 2, 2023, 10:02 PM IST

Updated : Jan 2, 2023, 10:23 PM IST

चेन्नई:तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल थियागा राजन (पीटीआर) ने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में एक पहेली के साथ नए साल की शुरुआत की. पीटीआर ने सोमवार को उस ट्वीट के साथ अपने प्रशंसकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हंगामा खड़ा कर दिया, जिसमें संकेत मिलता है कि वह सरकार छोड़ सकते हैं.

सत्तारूढ़ डीएमके का बौद्धिक चेहरा और एक मुखर नेता माने जाने वाले पीटीआर ने आने वाले वर्ष में अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया है. वह उस बदलाव के बारे में एक किताब लिख रहे हैं, जिससे वह गुजर रहे हैं. किताब के विमोचन को लेकर उन्होंने कहा कि यह 'सरकार से बाहर' होने के बाद होगा. उनके इस बयान ने उनके सरकार छोड़ने को लेकर राजनीतिक हलकों में सुगबुगाहट पैदा कर दी है.

दार्शनिक अंदाज में उन्होंने ट्वीट किया, 'नया साल परिवर्तन की अनिवार्यता पर विचार करने का समय है.' दिलचस्प बात यह है कि घटना की तस्वीरों के साथ, उन्होंने प्रसिद्ध ग्रीक दार्शनिक हेराक्लिटस का एक उद्धरण पोस्ट किया जिसमें लिखा था, 'कोई भी व्यक्ति कभी भी एक ही नदी में दो बार कदम नहीं रखता, क्योंकि यह एक ही नदी नहीं है, और वह एक ही आदमी नहीं है.'

बाद में एक स्पष्टीकरण में पीटीआर ने स्माइली के साथ 'शब्दों के अनजाने अनुक्रम' के लिए माफी मांगी. वित्त मंत्री ने समझाया कि पुस्तक की विषय-वस्तु इतनी स्पष्ट होगी कि वह अपने मंत्री रहने तक और वह चाहे कोई भी वर्ष क्यों न हो, उसे सरलता से विमोचित नहीं कर सकते थे. हालांकि, उन्होंने फिर से दार्शनिक रुख अपनाते हुए अगले ट्वीट में कहा कि आखिर हर मंत्री एक न एक दिन पद छोड़ेगा, जिससे हर कोई अनुमान लगाता रहता है.

इससे पहले नए साल की पूर्व संध्या पर मदुरै में एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए डॉ. थियागा राजन (Dr Thiaga Rajan) ने कहा कि उन्हें अपने पिता के पुत्र होने के अलावा किसी और पहचान की आवश्यकता नहीं है.

उन्होंने कहा कि 'दिवंगत डीएमके महासचिव के अंबाझगन मेरे गुरु थे, जिन्होंने संकट की स्थितियों में मेरा मार्गदर्शन किया. जब उन्हें राजनीति में आने के लिए आमंत्रित किया गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि 'पीटीआर का बेटा (पूर्व मंत्री भी) हमेशा मेरी पहचान रहेगा.' उनके दादा, पीटी राजन, जो जस्टिस पार्टी के साथ थे, एक संक्षिप्त अवधि के लिए मद्रास प्रेसीडेंसी के मुख्यमंत्री भी थे.

चाहे जीएसटी को लेकर केंद्र को आड़े हाथ लेना हो, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को राज्य के बकाया और राज्यों के लिए वित्तीय आवंटन की बात हो, हर वर्ग से उनको सराहना मिली है.

पूर्व निवेश बैंकर को केंद्र के खिलाफ खड़े होने और राज्यों के अधिकारों की आवाज उठाने वाले के रूप में भी देखा जाता है. इससे पहले, उन्हें इस बहाने डीएमके आईटी विंग के प्रमुख पद से हटा दिया गया था कि उनका बोझ कम करने की जरूरत है. पीटीआर का मंत्रालयों के कामकाज को लेकर डिंडीगुल से पार्टी के वरिष्ठ नेता आई पेरियासामी और मदुरै के एके मूर्ति जैसे अपने वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगियों के साथ भी विरोध रहा है. अब आज के ट्वीट राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गए हैं.

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Last Updated : Jan 2, 2023, 10:23 PM IST

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