चेन्नई: श्रीलंका के राष्ट्रपति जल्द ही 2 दिवसीय भारत दौरे पर दिल्ली आने वाले हैं. तमिलनाडु के मुख्य मंत्री एमके स्टालिन ने इस दौरे से पहले पीएम मोदी को पत्र लिखा है. अपने पत्र में उन्होंने पीएम मोदी से भारतीय मछुआरों के पारंपरिक मछली पकड़ने के अधिकारों की रक्षा करने और तमिलनाडु के बिना बताये केंद्र सरकार की ओर से श्रीलंका को दी गई कच्छतिवी को वापस दिलाने का आग्रह किया.
उन्होंने अपने पत्र में श्रीलंका में रहने वाले तमिल लोगों की जायज मांगों को पूरा करने और उनके अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति से बात करने का भी आग्रह किया है. मुख्यमंत्री स्टालिन ने पत्र में लिखा है कि 'कच्छतिवी ऐतिहासिक रूप से भारत का हिस्सा रहा है. तमिलनाडु के मछुआरे पारंपरिक रूप से इस द्वीप के आसपास के समुद्र में मछली पकड़ते रहे हैं.
राज्य सरकार की सहमति के बिना केंद्र सरकार ने कच्चातिवी को श्रीलंका स्थानांतरित कर दिया. जिससे तमिलनाडु के मछुआरों को उनके अधिकारों से वंचित होना पड़ा है. उनकी आजीविका पर गंभीर प्रभाव पड़ा है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद जब आपने 2022 में पहली बार तमिलनाडु का दौरा किया था तब भी हमने यह मुद्दा उठाया था.
उन्होंने कहा कि आज की स्थिति में तमिलनाडु के मछुआरे पारंपरिक मछली पकड़ने के क्षेत्रों तक आसानी से नहीं पहुंच पा रहे हैं. श्रीलंकाई नौसेना उन्हें लगातार परेशान कर रही है. कच्छतिवी को वापस लाना तमिलनाडु सरकार की शीर्ष मांगों में से एक है.