नई दिल्ली :अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्व महानिदेशक प्रकाश सिंह ने कहा कि यह उचित समय है कि भारत को पश्चिमी और पूर्वी दोनों सीमाओं पर अपनी आंतरिक और सीमा सुरक्षा को मजबूत करना चाहिए.
नई दिल्ली में एक विशेष साक्षात्कार में ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व डीजी प्रकाश सिंह ने कहा कि वर्तमान में पाकिस्तान की अफगानिस्तान में रणनीतिक गहराई है. उत्तर प्रदेश और असम के पुलिस प्रमुख के रूप में भी काम करने वाले सिंह ने कहा कि हमारी पश्चिमी सीमा में मुख्य रूप से अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है और अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है, उस पर पाकिस्तान की मुहर है. वे खुश हैं और मानते हैं कि उनके पास रणनीतिक गहराई है.
पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) पहले ही काबुल का दौरा कर चुकी है और तालिबान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की है. सिंह ने कहा कि अफगानिस्तान में सरकार के गठन में पाकिस्तान का हाथ है और जिस तरह के लोगों को आईएसआई ने अफगानिस्तान में सरकार बनाने के लिए चुना है, सभी की पृष्ठभूमि आतंकवादी है. वास्तव में तालिबान के कई नेता एफबीआई द्वारा आतंकवादियों की मोस्ट वांटेड सूची में हैं.
सिंह ने कहा कि इन सभी को देखते हुए मैं बहुत आशंकित हूं कि आने वाले दिनों में हमारी पश्चिमी सीमा पर खतरा बढ़ सकता है. सिंह ने कहा कि अफगानिस्तान में जो कुछ भी हुआ उससे आतंकवादी संगठन को बढ़ावा मिला होगा.
इस तरह के संगठन फिर से सक्रिय हो जाएंगे और वे जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र में हमारी पश्चिमी सीमा में समस्या पैदा करने की कोशिश करेंगे. बीएसएफ के पूर्व डीजी ने सुझाव दिया कि भारत सरकार को सुरक्षा पकड़ को फिर से लागू करने और मजबूत करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए.
सिंह ने कहा कि यह बिल्कुल जरूरी है और हमें ऐसी स्थिति बनानी चाहिए कि जब भी कोई परेशानी पैदा करने के लिए सीमा पार करने की कोशिश करे तो उससे सीमा पर सख्ती से निपटा जाए. सिंह ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में हुए विकास के बाद चीन भी नापाक खेल खेल रहा है.