काबुल : अफगान महिलाओं को ताबूतों में पड़ोसी देशों में भेजा जा रहा है और उन्हें सेक्स स्लेव (संभोग के लिए गुलाम) के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. एक पूर्व न्यायाधीश ने यह दावा किया है. मेट्रो. को. यूके की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान से अपनी जान बचाकर भाग जाने के बाद अमेरिका में रह रहीं नजला अयूबी ने कहा कि उन्होंने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के भयानक उदाहरण सुने हैं, जब से आतंकवादियों ने 15 अगस्त को उनकी मातृभूमि पर कब्जा कर लिया है.
उन्होंने कहा कि देश के उत्तरी भाग में एक महिला को केवल इसलिए आग लगा दी गई, क्योंकि उसने तालिबान लड़ाकों के लिए खराब खाना पकाया था.
अन्य युवतियों को शादी के लिए मजबूर किया जा रहा है और उनका यौन शोषण किया जा रहा है.
वकील ने स्काई न्यूज को बताया, वे लोगों को खाना देने और खाना पकाने के लिए मजबूर कर रहे हैं. साथ ही पिछले कुछ हफ्तों में कई युवतियों को ताबूतों में पड़ोसी देशों में भेजकर सेक्स स्लेव के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा, वे परिवारों को अपनी युवा बेटियों की शादी तालिबान लड़ाकों से करने के लिए भी मजबूर करते हैं. मुझे नहीं लगता कि यह वादा कहां है कि उन्हें लगता है कि महिलाओं को काम पर जाना चाहिए, जब हम इन सभी अत्याचारों को देख रहे हैं.
तालिबान ने कहा है कि वे महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेंगे और उन्हें काम करने और शिक्षित होने की अनुमति देंगे.