नई दिल्ली: मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि वह (राहुल गांधी) देश के अंदर जो कुछ भी करते हैं उससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रीय राजनीति को देश से बाहर ले जाना राष्ट्रहित में है. जयशंकर की यह प्रतिक्रिया राहुल गांधी द्वारा सैन फ्रांसिस्को की अपनी यात्रा के दौरान सरकार पर उनकी पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाने और लोगों को धमकाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद आई है.
राहुल गांधी ने कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए सरकार ने पूरी ताकत लगा दी. भाजपा लोगों को डरा रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. लेकिन कुछ भी काम नहीं आया और यात्रा का प्रभाव बढ़ गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 'भारत जोड़ो' का विचार सबके दिल में है. उन्होंने प्रधान मंत्री मोदी पर एक कटाक्ष किया और कहा "मुझे लगता है कि अगर आप मोदीजी को भगवान के बगल में बैठाते हैं, तो मोदीजी भगवान को समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है। ठीक है? और भगवान भ्रमित हो जाएंगे कि मैंने क्या बनाया है".
राहुल गांधी ने सैन फ्रांसिस्को में एक कार्यक्रम में कहा कि ये मजेदार बातें हैं लेकिन ये हो रहा है. लोगों का एक समूह है जो सब कुछ समझता है. वे वैज्ञानिकों को विज्ञान , इतिहासकारों को इतिहास, सेना को युद्ध समझा सकते हैं लेकिन असल में वे कुछ भी नहीं समझते. क्योंकि जीवन में आप कुछ भी नहीं समझ सकते अगर आप सुनने को तैयार नहीं हैं. गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए जयशंकर ने आज कहा कि राहुल को देश की आलोचना करने की आदत है. दुनिया हमें देख रही है. चुनाव होते हैं, कभी एक पार्टी जीतती है, तो कभी दूसरी पार्टी जीतती है. अगर देश में लोकतंत्र नहीं होता तो ऐसा बदलाव नहीं आता. सभी चुनावों के नतीजे एक जैसे होंगे.
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए विदेश मंत्री ने कहा, '2024 का नतीजा तो वही होगा, हमें पता है...'.