आगराःइंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव का सोमवार शाम शुभारंभ हो गया. योगी सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने ताज महोत्सव का उद्घाटन किया. ताजमहल से एक किलोमीटर दूरी पर शिल्पग्राम में मिनी भारत के दर्शन हो रहे हैं. इसमें 500 से ज्यादा हस्तशिल्पी आए हुए हैं. देशभर सें कला, संस्कृति और व्यंजन की भरमार है.
आगरा में ताज महोत्सव का शुभारंभ हुआ. इस बार ताज महोत्सव की थीम 'विश्व बंधुत्व G20' है. शिल्पग्राम की दीवारें, पिलर पर बनी वॉल पेंटिंग में भारतीय कला-संस्कृति झलक रही है. मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने शिल्पग्राम की शिल्पियों की स्टाल का निरीक्षण किया और कुल्लू टोपी खरीदी.
आगरा में ताज महोत्सव की शुरुआत. 1992 में हुई थी ताज महोत्सव की शुरुआत
बता दें कि सन् 1992 में ताज महोत्सव की शुरुआत हुई थी, तभी से 18 से 27 फरवरी तक यह आयोजित होता था. कोरोना संक्रमण के चलते सन 2021 में ताज महोत्सव का आयोजन नहीं हुआ था. सन् 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव और आदर्श आचार संहिता के चलते ताज महोत्सव की तिथियों में बदलाव किया गया है. बीते साल ताज महोत्सव 20 मार्च से 29 मार्च तक हुआ था. इस बार फिर, छत्रपति शिवाजी महाराज के आगरा किला में होने वाले जयंती समारोह और शाहजहां के उर्स के चलते तिथि में बदलाव किया गया है. इस साल अब 20 फरवरी से एक मार्च तक शिल्पग्राम में ताज महोत्सव लग रहा है.
कई बॉलीवुड कलाकार और सिंगर जुटेंगे
शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी मंच पर उद्घाटन के दौरान सबसे पहले सुशील सरित ने लिखे गीत 'लेकर मन में भाव विश्व बंधुत्व का, हमने प्रेम के सदा तराने गाए हैं..' को आगरा के गजल गायक सुधीर नारायन ने संगीतबद्ध किया है. ताज महोत्सव के विधिवत शुभारंभ में मुक्ताकाशी मंच से थीम गीत गाया गया. इसके बाद ब्रज की प्रसिद्ध फूलों की होली के साथ चरकुला का प्रदर्शन किया. जब बॉलीवुड सिंगर अमित मिश्रा ने मंच संभाला तो लोग खुशी से झूम उठे. ताज महोत्सव में हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. इसमें स्थानीय कलाकारों के साथ ही बॉलीवुड कलाकार और मशहूर सिंगर अपनी प्रस्तुतियां देंगे. इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम हर बार की तरह सूरसदन सभागार और सदर बाजार में भी होंगे.
देशभर के जाने-माने कलाकार और शिल्पकार जुटे
योगी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि आगरा में बरसों से ताज महोत्सव हो रहा है. यह कला संस्कृति और तरह-तरह के पकवान का संगम होता है. इस तरह से आगरा कला संस्कृति और व्यंजन का संगम बन गया है. यहां पर देश भर के शिल्पकार आए हैं. उन्होंने अपने स्टॉल लगाए हैं. इसके साथ ही तमाम कलाकार हैं. जो अलग-अलग प्रदेशों से आ रहे हैं. दस दिन आगरा में लोक गीत, लोक संस्कृति के साथ अन्य तमाम प्रस्तुतियां होंगी. मैं इस ताज महोत्सव के शुरुआत से का साक्षी हूं. लगातार ताज महोत्सव आ रहा हूं.
शिल्पग्राम बना मिनी भारत
ताज महोत्सव में भारत के अलग-अलग राज्यों से शिल्पकार आए हैं, जिनके उत्पादों की स्टॉल लग गई हैं. शिल्पग्राम में फिरोजाबाद के कांच के उत्पाद, खुर्जा के मिट्टी के बर्तन, आगरा की जरदोजी और संगमरमर के उत्पाद के साथ ही सहारनपुर का वुड क्राफ्ट, कश्मीर का सूट और पसमीना की शाल, फरीदाबाद का टेराकोटा, पश्चिम बंगाल की कांथा साड़ी, वाराणसी की सिल्क साड़ी, बिहार का सिल्क, लखनऊ के चिकन वस्त्र, आंध्र प्रदेश का क्रोशिया, खुर्जा की पाटरी, आसाम का केन फर्नीचर की स्टॉल भी स्टॉल लगेगी. ताज महोत्सव में यूपी, बिहार, पंजाब, केरल समेत अन्य राज्यों के व्यंजन की फूड स्टॉल लगीं हैं. बच्चे और महिलाओं के लिए झूले लगे हैं.
50 रुपये एंट्री फीस, ताजमहल के टिकट पर फ्री एंट्री
ताज महोत्सव में विजिटर्स के लिए प्रति विजिटर एंट्री की फीस 50 रुपये है. तीन वर्ष तक के बच्चों की एंट्री फ्री है. इसके साथ ही जो पर्यटक ताजमहल देखकर ताज महोत्सव में जाएंगे तो उन्हें ताजमहल का टिकट दिखाने पर फ्री एंट्री दी जाएगी. इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों के लिए ताज महोत्सव में फ्री एंट्री की व्यवस्था की गई है. स्कूल यूनीफार्म में 100 स्कूली बच्चों के समूह के लिए टिकट की कीमत 500 रुपये रहेगी. स्कूली बच्चों के साथ दो शिक्षकों का प्रवेश निशुल्क होगा. मुक्ताकाशी मंच पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अलग से कोई टिकट नहीं होगा.
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