वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में वजू खाने में कथित शिवलिंग को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. कोर्ट में मामला होने के बाद भी संत समुदाय की तरफ से यहां पर जलाभिषेक का ऐलान किया गया है. शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ज्ञानवापी परिसर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करने का ऐलान किया, जिसके बाद जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें रोक दिया. इससे नाराज स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद धरने पर बैठ गए और कहा कि जब तक पूजा के लिए जाने नहीं दिया जाएगा. तब तक अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे.
ज्ञानवापी में जलाभिषेक के ऐलान के बाद मठ के बाहर फोर्स तैनात, धरने पर बैठे अविमुक्तेश्वरानंद
ज्ञानवापी परिसर में वजू खाने में कथित शिवलिंग को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आज ज्ञानवापी परिसर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करने का ऐलान किया. जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें रोक दिया. इससे नाराज स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद धरने पर बैठ गए और कहा कि जब तक पूजा के लिए जाने नहीं दिया जाएगा. तब तक अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे.
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ज्ञानवापी परिसर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करने के ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन की तरफ से उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी और केदार घाट स्थित श्री विद्या मठ के बाहर बड़ी संख्या में फोर्स तैनाती कर दी गई ताकि संतों को बाहर निकलने से रोका जा सके. गौरतलब है कि 71 लोगों के साथ ब्राह्मण और अनुष्ठान के लिए कुछ अन्य लोगों को जाने की तैयारी संत समाज की तरफ से की गई है, लेकिन प्रशासन इन सभी को रोकने के लिए पुलिस फोर्स की तैनाती सुबह ही कर दी है.
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