कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के मंत्रियों से दुर्व्यवहार हुआ है. यहां बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "राज्यपाल को बधाई देते हुए मैं कहना चाहता हूं कि आज मैं और बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार राजभवन में शपथ समारोह के लिए पहुंचे थे, लेकिन हमें दरवाजे से लौटना पड़ा.
उन्होंने आगे कहा, "पश्चिम बंगाल सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह में बैठने के लिए राज्य के मंत्रियों के हिसाब से इंतजाम किए, अगर टीएमसी सांसदों को आमंत्रित किया जा सकता है और वे सबसे आगे बैठ सकते हैं, तो सुकांत मजूमदार को क्यों नहीं आमंत्रित किया गया? वह भी सांसद हैं. उन्होंने राजभवन की एक तस्वीर दिखाते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और मेरी सीटें, टीएमसी सांसदों जैसे डेरेक ओ'ब्रायन, सुदीप बंद्योपाध्याय, माला रॉय की सीटों के पीछे हैं.
सुवेंदु अधिकारी ने राज्यपाल के समारोह में बीजेपी के मंत्रियों से दुर्व्यवहार का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि यह एक अभद्र राजनीति का शर्मनाक उदाहरण कि विपक्ष के नेता यानि मेरी कुर्सी, विधायक कृष्णा कल्याणी और विश्वजीत दास जो कि भाजपा के टिकट पर चुने गए थे और बाद में टीएमसी में चले गए थे, उनके बगल में लगाई गई थी. इस तरह के दुर्व्यवहार के कारण उन्हें दरवाजे से ही लौटना पड़ा. उन्होंने कहा, "मैं अपने पद की प्रतिष्ठा के साथ कोई समझौता नहीं करूंगा और इसलिए मैं कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ. यह विपक्ष को अपमानित करने के उद्देश्य से किया गया है और उन्हें (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री) दिए गए अवसर का दुरुपयोग है. हमने राज्यपाल को सूचित कर दिया है और हम उनसे अलग से मिलेंगे."
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि पोस्टकार्ड प्रिंट करने के लिए भी, नबान्न (पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय) में मुख्यमंत्री की अनुमति की आवश्यकता होती है. कंपनी के मालिक (बंगाल सीएम) ने राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह के लिए अतिथि सूची और बैठने की व्यवस्था तय की. केवल दो विधायक जो आधिकारिक तौर पर बीजेपी के साथ हैं, लेकिन वर्तमान में टीएमसी के साथ हैं, उन्हें आमंत्रित किया गया था.
(एएनआई)