टिहरी:उत्तराखंड के टिहरी डैम की सुरक्षा राष्ट्र के लिए अति महत्वपूर्ण है. टिहरी डैम के व्यू प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरा ना होने के कारण टिहरी डैम को देखने के लिए बाहर से आ रहे लोग डैम का व्हाट्सएप और अन्य एप के माध्यम से लाइव वीडियो प्रसारण कर रहे हैं. ये टिहरी बांध की सुरक्षा के लिए घातक साबित हो सकता है.
क्या है पूरा मामला: दरअसल शुक्रवार को दो संदिग्ध लोग टिहरी डैम के व्यू प्वाइंट पर आए. वहां मौजूद लोगों का आरोप है कि ये लोग टिहरी डैम के व्यू प्वाइंट से डैम का लाइव वीडियो टेलीकास्ट कर रहे थे. ये लोग किसको और कहां लाइव टेलीकास्ट कर रहे थे ये बड़ा सवाल है. जबकि टिहरी डैम की फोन खींचना तक मना है. इन संदिग्ध लोगों को न तो किसी ने लाइव वीडियो टेलीकास्ट करने से रोका और न ही उनसे पूछताछ की कि वो किस मकसद से ऐसा कर रहे थे.
टिहरी डैम का लाइव वीडियो टेलीकास्ट सवालों में व्यू प्वाइंट पर सुरक्षा नहीं: व्यू प्वाइंट पर ना तो सीआईएसएफ का जवान तैनात है और ना ही यहां पर कोई सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. टिहरी डैम की सुरक्षा राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण है और यहां पर कई तरह के संदिग्ध व्यक्ति आकर व्हाट्सएप या अन्य एप के माध्यम से लाइव वीडियो के जरिए रेकी कर कर रहे हैं, ऐसा संदेह जताया जा रहा है.
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क्या कहते हैं स्थानीय लोग: स्थानीय निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता शिव सिंह बिष्ट और सोहन सिंह राणा ने कहा कि सीआईएसएफ के जवान टिहरी डैम के आसपास स्थानीय लोगों को खड़े तक नहीं होने देते हैं. स्थानीय लोगों को नियम कानून दिखाकर डराया जाता है, लेकिन डैम की सुरक्षा किस तरह से की जा रही है उसका एक प्रमाण व्यू प्वाइंट पर दिखाई दे रहा है. लोग खुलेआम यहां पर आकर टिहरी डैम का एप के माध्यम से किसी को लाइव वीडियो दिखा रहे हैं.
शिव सिंह का कहना है कि हमारी टिहरी बांध प्रशासन से मांग की है कि टिहरी डैम राष्ट्र की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है. इसकी सुरक्षा में कहीं भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए. इस व्यू प्वाइंट कर एक जवान की ड्यूटी और सीसीटीवी कैमरे लगाना अति आवश्यक है. कहीं टिहरी डैम की सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक ना हो, क्योंकि शुक्रवार को यहां पर कुछ लोग संदिग्ध रूप से टिहरी डैम के बारे में व्हाट्सएप के माध्यम से लाइव वीडियो किसी को दिखा रहे थे. उन्हें डैम के ऊपर आने-जाने के रास्तों के बारे में जानकारी दे गए थे.
संवेदनशील है टिहरी डैम: शिव सिंह का कहना है कि इसलिए यहां पर टिहरी डैम की सुरक्षा के लिए एक सीआईएसएफ का जवान और सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने अति आवश्यक हैं. क्योंकि अचानक यहां पर कोई अप्रिय घटना घटती है तो टिहरी डैम के पानी का तेज बहाव 9 मिनट में देवप्रयाग ऋषिकेश हरिद्वार तक पहुंचेगा और इसके आसपास रहने वाली आबादियों को जान माल का नुकसान होगा. इसलिए समय रहते टिहरी डैम की सुरक्षा के लिए कोई लापरवाही नहीं की जानी चाहिए.
लाइव वीडियो टेलीकास्ट पर रोक की मांग: वहीं सामाजिक कार्यकर्ता सोहन सिंह राणा का कहना है कि यहां पर लाइव वीडियो प्रसारण पर पूरी तरह से पाबंदी लगनी चाहिए. क्योंकि यहां पर कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है. जैसे कि आपको पता है कि आतंकवादी घटना हो सकती है. अन्य कोई अप्रिय घटना भी हो सकती है. कोई बम प्लांट कर सकता है. कोई कुछ भी कर सकता है, क्योंकि इसकी रेकी भी की जा सकती है. इससे टिहरी डैम को और हमारे लोगों को क्षति हो सकती है. इसलिए यहां पर टिहरी डैम के वीडियो लाइव प्रसारण पर पूरी तरह से रोक लगे.
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क्या कहते हैं टिहरी डैम के अधिशासी निदेशक: वहीं टिहरी डैम के अधिशासी निदेशक उमेश कुमार सक्सेना से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि टिहरी डैम की सुरक्षा केंद्रीय सुरक्षा बल सीआईएसएफ के हाथों में है. यहां पर जो व्यू प्वाइंट बनाया गया है, वह व्यू प्वाइंट मुख्य सड़क पर है. इस बारे में सीआईएसएफ को जानकारी दी जाएगी कि यहां पर एक जवान की ड्यूटी और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. जिससे टिहरी डैम की सुरक्षा में कोई भी चूक ना हो. क्योंकि टिहरी डैम का वीडियो और फोटो लाइव प्रसारण करना पूरी तरह से वर्जित है. लेकिन इस मामले में जो लोग व्हाट्सएप एप के माध्यम से वीडियो लाइव कर रहे थे उनकी जांच कराई जाएगी. साथी अब हम एक नई पहल शुरू करने जा रहे हैं कि यहां पर ड्रोन के माध्यम से भी आने जाने वाले लोगों पर निगाह रखी जाएगी. जिसके लिए जल्दी ही ड्रोन लाने की कार्रवाई चल रही है.