पटना :आज बिहार कैबिनेट का विस्तार (Nitish Cabinet Expansion) हुआ है. नीतीश मंत्रिमंडल में 31 मंत्रियों ने शपल ली है. इस मंत्रिपरिषद पर बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने तंज कसा (Sushil Modi On Nitish Cabinet ) है. उन्होंने कहा है कि आज जो कैबिनेट के विस्तार हुआ है, उसमें आपराधिक छवि वाले नेताओं की भरमार है. इस कैबिनेट में सामाजिक संतुलन नहीं है. ऐसे में जिस मंत्रिमंडल का गठन हुआ है इसका सकारात्मक संदेश पूरे देश में नहीं जाएगा.
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'नीतीश जी आप किस मजबूरी में..' : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से सवाल भी पूछा है. उन्होंने कहा, 'इस मंत्रिपरिषद में राजद की ओर से ललित यादव, रामानंद यादव, सुरेन्द्र यादव, कार्तिकेय कुमार को शामिल किया गया है. ये ऐसे नाम हैं जो आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग हैं, जिनकी दागदार छवि है. नीतीश जी आप किस मजबूरी में इस तरह के लोगों को मंत्री बना रहे हैं.'
''ये वही ललित यादव हैं जिन्होंने दलित ट्रक डाइवर दीनानाथ बैठा के पांव के नाखुन को उखाड़ लिया था. जिसके आरोप में लालू यादव ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था. सुरेन्द्र यादव पर 9-9 मुकदमें चल रहे हैं. यहां तक कि यौन शोषण से भी जुड़ा एक मुकदमा उनपर चल रहा है. वसूली, आर्म्स एक्ट, किडनैपिंग जैसे मुकदमें सुरेन्द्र यादव पर दर्ज हैं. रामानंद यादव और कार्तिकेय कुमार की भी वही स्थिति है. ये ऐसे नाम हैं, जब वे इलाके में चलते हैं तो लोग उनके नाम से डरते हैं कि ये अनंत सिंह का दाहिना हाथ आ गया, ये सुरेन्द्र यादव आ गया.''- सुशील मोदी, बीजेपी सांसद
वित्त मंत्रालय RJD के पास होना चाहिए था : सुशील मोदी ने बिना नाम लिए एमवाई समीकरण पर निशाना साधा. उन्होंने आगे कहा कि दो वर्ग के लोगों को 33 प्रतिशत जगह दे दी गयी. बाद बाकी तेली समाज का एक मंत्री नहीं, कायस्थ समाज का एक मंत्री नहीं, राजपूत की संख्या घटा दी गयी. ये संतुलित मंत्रिपरिषद नहीं है. हमलोगों ने तो अति पिछड़ा समाज से आने वाली रेणू देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया था. वैश्य समाज के तारकिशोर प्रसाद को उपमुख्यमंत्री बनाया था. आपने किसी अति पिछड़ा को डेप्यूटी सीएम नहीं बनाया. वित्त मंत्रालय राजद के पास होना चाहिए था. लेकिन बड़ी बुद्धिमानी से नीतीश कुमार ने इसे अपने पास रख लिया है.