सुकमा: जिले में तीन-तीन लाख के इनामी नक्सली दंपति ने शनिवार को सुकमा पुलिस के सामने हथियार डाले हैं. दोनों नक्सलियों ने शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल ने इसकी पुष्टि की है. एएसपी ने मीडिया से कहा कि " नक्सली सोढ़ी जोगा की उम्र 23 साल है. जबकि उसकी पत्नी वेको कोसी की उम्र 22 साल है. दोनों नक्सलियों की क्षेत्रीय तकनीकी टीम के सदस्य थे और ये सक्रिय नक्सली के तौर पर काम कर रहे थे. पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने दोनों ने हथियार डाले हैं"
नक्सलियों की विचारधारा से तंग आकर किया सरेंडर: एएसपी गौरव मंडल ने बताया कि "दोनों नक्सलियों ने माओवादियों की खोखली विचारधारा से परेशान होकर सरेंडर किया है. इसके साथ ही राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर उन्होंने लाल आतंक का रास्ता छोड़ने का फैसला लिया है. सुकमा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की रेंज फील्ड टीम ने जोगा और कोसी के आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जो नारायणपुर के माड़ इलाके में सक्रिय थे. जोगा को 2015 में गैरकानूनी संगठन में शामिल किया गया था और वह 2017 में नारायणपुर के अकाबेड़ा इलाके में एक पुलिस शिविर पर हुए हमले में कथित रूप से शामिल था"