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दो डिप्टी सीएम के साथ सुखजिंदर रंधावा संभालेंगे पंजाब की कमान !, सोनिया गांधी लेंगी अंतिम फैसला

पंजाब में नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बरकरार है. सीएम पद के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही है. सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के अगले सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा बन सकते हैं.

सुखजिंदर रंधावा
सुखजिंदर रंधावा

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Published : Sep 19, 2021, 3:37 PM IST

Updated : Sep 19, 2021, 4:54 PM IST

चंडीगढ़ : पंजाब में नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बरकरार है. सीएम पद के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही है. सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के अगले सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा बन सकते हैं.

सूत्रों के मुताबिक, पंजाब कांग्रेस ने सुखजिंदर रंधावा का नाम मुख्यमंत्री के लिए कांग्रेस आलाकमान को भेजा है. पार्टी के इस प्रस्ताव पर सोनिया गांधी को अंतिम फैसला लेना है.

पंजाब का अगला मुख्यमंत्री तय करने के लिए राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर बैठक चल रही है. सूत्रों ने कहा कि ज्यादातर विधायक सिख मुख्यमंत्री के पक्ष में बताए जा रहे हैं. सीएम के नाम की घोषणा के बाद, उनके दिन में बाद में राज्यपाल से मिलने की संभावना है.

सूत्रों को कहना है कि कांग्रेस पंजाब में दो उपमुख्यमंत्री के फार्मूले पर आगे बढ़ सकती है. जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अरुणा चौधरी और भारत भूषण आसू को डिप्टी सीएम बना सकती है. कांग्रेस यह फैसला दलित और हिंदू वोटो को देखते हुए ले सकती है.

बता दें कि अंबिका सोनी ने पंजाब का मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया है. सोनी ने किसी सिख चेहरे को ये जिम्मेदारी देने का सुझाव दिया है.

सुखजिंदर सिंह रंधावा का राजनैतिक सफर
सुखजिंदर सिंह ने अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत 2002 में की थी. वह पहली बार फतेहगढ़ चूड़ियां से पहली बार विधायक बने. रंधावा डेरा बाबा नानक विधानसभा सीट से विधायक हैं. वे तीन बार 2002, 2007 और 2017 में कांग्रेस विधायक बने.

सुखजिंदर सिंह रंधावा का जन्म 25 अप्रैल 1959 को पंजाब में हुआ था. वे माझे क्षेत्र के गुरदासपुर जिले के रहने वाले हैं. रंघावा की पढ़ाई चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल हुई है. रंधावा के पिता संतोख सिंह ने पंजाब कांग्रेस में अपनी सेवाओं निभाईआं हैं. उन का कांग्रेस पार्टी में अच्छा रसूख रहा है.

रंधावा पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के बेहद करीबी माना जाता है. सुखजिंदर सिंह रंघावा ने सिद्धू के साथ मिलकर अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था. सुखजिंदर सिंह रंधावा अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में जेल और सहकारिता मंत्री भी रहे हैं.

2012 में हुई विधानसभा चुनाव में रंधावा ने डेरा बाबा नानक की सीट पर जीत दर्ज की गई थी. रंधावा ने 2017 विस चुनाव में 60,385 वोटों हासिल किये. उन्होंने अपने विरोधी उम्मीदवार शिरोमणी अकाली दल के सुच्चा सिंह लंगाह को 1194 मतों के साथ हराया था.

कैप्टन ने सोनिया को लिखा पत्र
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले लगभग पांच महीनों की राजनीतिक घटनाओं पर पीड़ा व्यक्त की थी. उन्होंने कहा कि मेरी व्यक्तिगत पीड़ा के बावजूद, मुझे आशा है कि इससे राज्य में कड़ी मेहनत से अर्जित शांति और विकास को कोई नुकसान नहीं होगा. पिछले कुछ वर्षों के दौरान मैं जिन प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं, वे निरंतर जारी रहेंगे, सभी को न्याय सुनिश्चित करेंगे.

अमरिंदर सिंह ने सोनिया को लिखे अपने पत्र में कांग्रेस की राज्य इकाई में राजनीतिक विकास के परिणामस्वरूप पंजाब में अस्थिरता की उनकी आशंका का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि राज्य पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा और किसी के प्रति द्वेष के बिना पूर्ण सांप्रदायिक सद्भाव था. इन साढ़े नौ वर्षों में अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने पंजाब के लोगों के कल्याण के लिए पूरे दिल से काम किया है. वह राज्य जिसे वह अपने दिल से प्यार करते हैं.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देर रात एक बैठक की जिसमें पार्टी नेता अंबिका सोनी, महासचिव संगठन के.सी. वेणुगोपाल मौजूद रहे. बैठक मध्यरात्रि के बाद समाप्त हुई. सूत्रों के मुताबिक नए मुख्यमंत्री के साथ-साथ अमरिंदर सिंह को शांत करने की रणनीति पर भी चर्चा हुई.

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Last Updated : Sep 19, 2021, 4:54 PM IST

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