देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election) के लिए पार्टी के अभियान को धार देने के लिए कांग्रेस ने आज अपना मेनिफेस्टो लॉन्च (congress manifesto for uttarakhand election) कर दिया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने देहरादून पहुंचकर (Priyanka gandhi in dehradun)कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में 'उत्तराखंडी स्वाभिमान प्रतिज्ञा पत्र' को जारी किया. कांग्रेस के इस प्रतिज्ञा पत्र में बिजली, पानी, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई चुनावी मुद्दे शामिल हैं. इस दौरान प्रियंका ने कहा कि, इस घोषणा पत्र को प्रतिज्ञा पत्र इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसका मतलब है कि इसमें लिखी एक-एक बात पूरी की जाएगी.
घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी उत्तराखंड के लोगों के लिए रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा व आय की सुरक्षा की व्यवस्था व महंगाई से राहत दिलाने की प्रतिज्ञा लेती है. घोषणापत्र में यह भी कहा गया कि उत्तराखंड में स्वाभिमान के संकल्प के साथ कांग्रेस के पक्ष में परिवर्तन की बयार बह रही है. उत्तराखंड के स्वाभिमान को बुलंद करने और जनता को मजबूत बनाने वाली सरकार देने की पार्टी प्रतिज्ञा लेती है.
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी आज देहरादून में वर्चुअल रैली की. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित कर कहा कि देशभर में गन्ने का बकाया 14,000 करोड़ रुपये है. पीएम ने 16,000 करोड़ रुपये में अपने लिए दो हेलिकॉप्टर खरीदे. हेलिकॉप्टरों की कीमत पर बकाया राशि का भुगतान किया जा सकता था. लेकिन सरकार ने दो हेलिकॉप्टर की खरीदी को चुना.
उन्होंने कहा कि आपने बजट देखा. इसमें मध्यम वर्ग के लिए, गरीबों के लिए क्या था? कुछ भी तो नहीं. आज सुबह किसी ने मुझे बताया कि हीरे की कीमत कम हो गई है और दवाओं की कीमत बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि आखिर सरकार अपनी आंखें कब खोलेंगे?
घोषणा पत्र की मुख्य बातें :-
- 500 से कम होंगी गैस की कीमतें. बाकी भरपाई सरकार करेगी.
- चार लाख रोजगार दिए जाएंगे.
- पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा.
- पर्यटन पुलिस एक अलग फोर्स बनेगी, जिसमें और रोजगार सृजित होंगे.
- 40 फीसदी सरकारी रोजगार में महिलाओं को भागीदारी दी जाएगी.
- पुलिस विभाग में 40 फीसदी पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे.
- सरकारी बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा.
- आशा और आंगनबाड़ी की बहनों के लिए मानदेय डेढ़ गुना बढ़ाया जाएगा.
- कमजोर परिवारों की मदद के लिए और जिन्होंने सबसे ज्यादा कोरोना की मार झेली है उनके लिए सालाना ₹40,000 की मदद दी जाएगी.
- स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा. ड्रोन के जरिए पहाड़ी इलाकों के गांव-गांव तक दवाएं पहुंचाई जाएंगी.
चारों धामों के आह्वान से शुरू किया संबोधन : प्रियंका गांधी ने भगवान केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री मां के आह्वान के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि उनका देवभूमि से बेहद पुराना रिश्ता रहा है. यहां की आबोहवा से लेकर लोगों तक, उनका हमेशा से जुड़ाव रहा है, लेकिन आज यहां आकर देवभूमि में जिस तरह की सरकार चल रही है, उसे देखकर निराशा होती है.
भाजपा पर लगाया राज्य की उपेक्षा का आरोप : प्रियंका ने कहा कि आज प्रदेश के जिस हिस्से में जाती हैं, वहां यह स्पष्ट होता है कि पिछले पांच सालों में भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया है. केवल जनता की उम्मीदें तोड़ी गईं. जो पहले कांग्रेस की सरकार में विकास का काम हुआ था, अब बस वही नजर आता है,.
सरकारी पैसों से चुनाव प्रचार करने का आरोप : उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं और परियोजनाओं का उद्घाटन होने लगते हैं. भाजपा सरकार ने अपना काम दिखाने के लिए विज्ञापनों में जितना खर्च किया, वह खर्च अगर अपने काम में किये होते, तो आज उत्तराखंड में विकास नजर आता. सरकार के पास पैसे हैं, रोजगार के लिए खाली पद भी हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार की नीयत ही सही नहीं है. अगर सरकार सच में काम करना चाहती, तो कर सकती थी. डबल इंजन की सरकार ने तो बड़े-बड़े वादे किए लेकिन पेट्रोल-डीजल ही इतना महंगा कर दिया कि इनका खुद का इंजन ठप हो गया.
प्रियंका ने दोहराया 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' नारा : प्रियंका ने अपने 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' का नारा यहां भी दोहराया. उन्होंने कहा कि जब भी वो अपनी बहनों से मिलती हैं वो उनको बताती हैं कि वो कितनी परेशान हैं. उन्होंने 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' का नारा इसलिए दिया क्योंकि वो जानती हैं कि महिलाओं का जीवन कितना संघर्षमय होता है. समाज का बोझ महिलाएं उठाती हैं. महिला के पास बहुत ज्यादा मौके नहीं होते क्योंकि उनको घर-परिवार भी संभालना होता है. सबसे ज्यादा कोरोना काल में महिलाओं ने ही परेशानियां झेली हैं.
उत्तराखंड में हर पांच घंटे में एक महिला पर अत्याचार : प्रियंका ने बताया कि, उत्तराखंड में हर पांच घंटे में एक महिला के साथ अत्याचार होता है. जो पहाड़ी राज्य हैं, वहां महिलाओं को सबसे अधिक मुश्किलें होती हैं. स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने से सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं को कष्ट झेलना पड़ता है. उनको बहुत दर्द झेलना पड़ता है. उन्होंने सवाल किया कि, इस वर्तमान बीजेपी सरकार ने महिलाओं के लिए क्या किया? सबसे ज्यादा बेरोजगारी महिलाओं में ही है. यहां तमाम महिलाएं बेरोजगार हैं, आशाएं-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय भी सालों से नहीं बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार का काम है जनता को सुखमय और सुरक्षित जीवन देना है. लेकिन भाजपा की इस पांच साल की सरकार के कार्यों पर नजर डालें, तो पता चल जाएगा कि जनता के विकास किया है.
कोरोना काल का जिक्र करते हुए प्रियंका ने कहा कि, उत्तराखंड के कई लोग दिल्ली में काम करते हैं, वहां उनको केंद्र सरकार ने कोरोना काल में भगवान भरोसे छोड़ दिया गया. जब कांग्रेस पार्टी ने कहा कि इन लोगों को घर तक पहुंचाने के लिए बस दी जाए तो उसे भी मना कर दिया गया. अस्पतालों में ऑक्सीजन की जो कमी बताई गई उसकी भी कोई जरूरत नहीं थी. खुद देश में वैक्सीन बनने के बाद भी हिंदुस्तानियों के लिए वैक्सीन नहीं थी.
ये सौगात नहीं, हक है आपका :प्रियंका ने प्रदेशवासियों से कहा कि आज जो उनकी पार्टी सिलेंडर को कम करने की बात कह रही है. ये कोई तोहफा नहीं है, बल्कि यहां के लोगों का हक है. आज कांग्रेस पार्टी आपके सामने आकर कह रही है कि हम आपको आपका हक देंगे. आपके जीवन में अगर संघर्ष है, तो उस संघर्ष को मिटाने की जिम्मेदारी हमारी है. आपका अपना अभिमान है, स्वाभिमान है, आप उत्तराखंड का भविष्य बदल सकते हैं. अपना स्वाभिमान मत भूलिए, जब भी आपके सामने कोई नेता आए चाहे वो किसी भी पार्टी का हो, उनसे ये पूछो कि वो क्या करने जा रहा है और जब तक करके नहीं दिखाएगा तब तक दूसरी बार उसके पक्ष में वोट मत दीजिए. आपका वोट है बहुत महत्वपूर्ण है, इसको हल्के में मत लीजिए.
एक-एक वोट बहुत कीमती :उन्होंने कहा कि अपने हक के आधार पर अपना वोट दें, तभी आगे बढ़ सकेंगे और तभी प्रदेश और देश आगे बढ़ेगा. ऐसे ही उन नेताओं को एहसास होगा कि अब वो जनता को झूठ बोलकर गुमराह नहीं कर सकते. खासतौर पर महिलाओं को वो ये कहना चाहती हैं कि आप लड़की हो, लड़ सकती हो अपने हक के लिए. आपका हक आपका सबसे बड़ा हथियार है, ध्यान से उसका इस्तेमाल कीजिए.
वहीं, इससे पहले देहरादून पहुंचने पर प्रियंका गांधी का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खूब गर्मजोशी से स्वागत किया. प्रियंका गांधी के संबोधन से पहले नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संबोधन दिया. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने संबोधन में कहा कि, आज हमारे उत्तराखंड को भी नारी शक्ति की जरूरत है. हरीश रावत ने कहा कि, वो प्रदेश की जनता से वादा करते हैं कि घोषणापत्र में लिखी गई एक-एक बात को दिल और जान से पूरा किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि, सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए युवाओं के लिए रोजगार, लेकिन भाजपा सरकार की प्राथमिकता है नागरिकों की जासूसी. देश को युवा एजेंडा चाहिए, देश को युवाओं के लिए रोजगार का रोडमैप चाहिए. राजनीति में हिंसा और नफरत फैलाने वालों का एक ही मकसद होता है, कोई उनसे काम पर सवाल न पूछे जबकि, हमारा उद्देश्य ये है कि लोगों से जुडे़ मसलों की बाधाएं दूर हों और उन्हें मौके मिलें.
कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड के लोगों के लिए रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा व आय की सुरक्षा की व्यवस्था व महंगाई से राहत दिलाने की प्रतिज्ञा लेती है. उत्तराखंडी स्वाभिमान के संकल्प के साथ कांग्रेस के पक्ष में परिवर्तन की बयार बह रही है.