उदयपुर.कन्हैयालाल हत्याकांड मामले (Kanhaiyalal murder case) में मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा (50) को ब्रेन हेमरेज हो गया. राजकुमार को गंभीर हालत में एमबी हॉस्पिटल लाया गया था. जिसके बाद जयपुर से डॉक्टर्स की एक टीम उदयपुर भेजी गई. घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद राजकुमार शर्मा का सफल ऑपरेशन किया गया.
दरअसल, पूरा मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के दो वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम बनाकर उदयपुर भेजी थी. जो सोमवार रात को उदयपुर पहुंची. इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया, जो देर रात तक चला. जयपुर से डॉक्टर मनीष अग्रवाल और राशिम कटारिया उदयपुर पहुंचे.
बता दें, जयपुर के एसएमएस अस्पताल से डॉक्टरों की विशेष टीम शाम करीब 4:30 बजे रवाना हुई थी. ऐसे में राज्य सरकार के आदेश पर टीम के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें उदयपुर भेजा गया. रात करीब 9:40 मिनट पर टीम के सदस्य एमबी अस्पताल पहुंचे. हालांकि इससे पहले ही एमबी अस्पताल के चिकित्सकों ने ऑपरेशन को लेकर पूरी तैयारियां कर रखी थी. राजकुमार शर्मा का रात करीब 1:15 तक ऑपरेशन चला जो कि सफल रहा. फिलहाल राजकुमार शर्मा को वेंटिलेटर पर रखा गया है. डॉक्टर से मिली जानकारी के अनुसार इस ऑपरेशन के बाद अगले 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण है.
5 घंटे चला ऑपरेशन- राजकुमार शर्मा का करीब 5 घंटे से भी अधिक समय तक ऑपरेशन चला. डॉ. मनीष अग्रवाल और राशिम कटारिया के साथ एमबी अस्पताल के चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक राजकुमार शर्मा का ऑपरेशन किया. मीडिया से बातचीत करते हुए दोनों चिकित्सकों ने बताया कि सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया है, लेकिन अगले 48 घंटे चुनौतीपूर्ण है. मनीष अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल राजकुमार शर्मा को वेंटिलेटर पर रखा गया है. मंगलवार को मरीज का सिटी स्कैन करवाया गया है, जो काफी हद तक ठीक है. उसे जयपुर भेजकर और चिकित्सकों से परामर्श किया गया है.