हैदराबाद: भारत सरकार ने 2022 तक 100 गीगावाट सोलर एनर्जी की क्षमता विकसित करने का लक्ष्य रखा है.
साल | कितनी क्षमता जोड़ी गई (MW) | कुल क्षमता (MW) |
2016-17 | 5525.98 MW | 12288.83 MW |
2017-18 | 9362.67 MW | 21651.46 MW |
2018-19 | 6529.20 MW | 28180.66 MW |
2019-20 | 6884.68MW | 35065.34 MW (as on 29.2.2020) |
सरकार ने कौन-कौन से कदम उठाए
- दिसंबर 2022 तक 100 गीगावाट सोलर एनर्जी क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य तय किया.
- दिसंबर 2022 तक चालू होने वाली सौर ऊर्जा परियोजनाओं और पवन ऊर्जा की अंतर राज्य बिक्री शुल्क में छूट और नुकसान की भरपाई का ऐलान.
- ऑटोमेटिक रूट के तहत सौ फीसदी एफडीआई.
- टेंडर जारी करने के लिए मानक दिशा निर्देशों की अधिसूचना.
- वर्ष 2022 तक नवीकरणीय खरीद दायित्व (आरपीओ) की घोषणा.
- -बड़े पैमाने पर नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने के लिए ग्रिड इंटरैक्शन की सुविधा पर जोर. ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर परियोजना का कार्यान्वयन.
- सौर फोटोवोल्टिक प्रणाली / उपकरणों की तैनाती के लिए गुणवत्ता मानकों की अधिसूचना.
- प्रधान मंत्री किसान उर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) शुरू.
- 12000 मेगावाट की सीपीएसयू योजना (द्वितीय चरण) और सोलर रूफटॉप (द्वितीय चरण) कार्यक्रम का शुभारंभ.
राष्ट्रीय सौर मिशन के तहत शुरू की गई योजनाओं का ब्योरा
- 50 से अधिक सोलर पार्क और अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा परियोजनाओं (क्षमता-40 हजार मेगावाट) के लिए सोलर पार्क स्कीम.
- केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सपीएसयू) और भारत सरकार के संगठनों के साथ ग्रिड-कनेक्टेड सोलर पीवी पावर प्रोजेक्ट्स स्थापित करने की योजना. व्यवहार्यता गैप फंडिंग का विशेष ध्यान.
- ग्रिड कनेक्टेड सोलर रूफटॉप पावर प्लांट्स की स्थापना.
- ऑफ-ग्रिड सौर पीवी योजना.
- किसानों की मदद के लिए पीएम-कुसुम योजना. सिंचाई में सोलर पंप के प्रयोग पर जोर.
- वीजीएफ के तहत 5000 मेगावाट ग्रिड कनेक्टेड सोलर पीवी पावर परियोजनाओं की स्थापना. इनमें पूर्वोत्तर राज्यों के लिए 1000 मेगावाट का लक्ष्य रखा गया है.
भारत में निवेश
- डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड के मुताबिक भारतीय गैर-पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र में 2014 के बाद से 42 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ है.
- सनसोर्स एनर्जी अंडमान एवं निकोबार में 4 मेगावाट ग्रिड विकसित कर रहा है.
- एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया ने एनटीपीसी के साथ सोलर पावर सिस्टम विकसित करने का किया करार.
- अरुणाचल प्रदेश में सुबनसिरि लोअर हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में पटेल इंजीनियरिंग का निवेश.
- कोविड संकट के दौरान भी भारत ने 2320 मेगावाट क्षमता विकिसत किया.
- गुजरात के ढोलेरा सोलर पार्क के लिए टाटा 100 मेगावाट क्षमता विकसित कर रहा है.
- नीति आयोग से अनुमति मिलने के बाद एनटीपीसी ने एनटीपीसी नवीकरणीय ऊर्जा लि. कंपनी बनाई.
- 2032 तक इसने 39 गीगा वाट क्षमता बनाने का लक्ष्य रखा.
- सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 47 पार्क विकसित करने के लिए प्रक्रियाएं पूरी की. इसकी कुल क्षमता 25 गीगा वाट होगी.
- एनटीपीसी ने विक्रम सोलर को 300 मेगावाट सोलर प्लांट विकसित करने के लिए टेंडर दिया.
- 2030 तक अदानी समूह ने दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर कंपनी बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
- यूपी में रेन्यू पावर और शपूर्जी पलोंजी 750 करोड़ का निवेश करेगी. 150 मेगावाट सौर क्षमता विकसित करने का लक्ष्य.
- राजस्थान में भदला सोलर पार्क स्थापित. यह दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट है. इसकी क्षमता 2255 मेगावाट है.
सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भारत के शीर्ष पांच राज्य
2010 में राष्ट्रीय सौर मिशन की शुरुआत हुई थी. तब हमारे पास 17 मेगावाट की क्षमता थी. अभी भारत के पास 30 हजार मेगावाट की क्षमता है. हमने अपना लक्ष्य 20 हजार मेगावाट रखा था, लेकिन हमने लक्ष्य से अधिक क्षमता विकसित की.
कर्नाटक - 7100 मेगावाट
सबसे बड़ा पार्क तुमकुरु में पावगाडा सोलर पार्क है. यह 13 हजार एकड़ में फैला है. इसकी उत्पादन क्षमता 2050 मेगावाट है. बीदर, कोप्पल और गडाग में तीन अन्य पार्क विकसित किए जा रहे हैं.
तेलंगाना - 5000 मेगावाट
तेलंगाना ने इसे एक जगह विकसित करने के बजाए 180 अलग-अलग केंद्रों पर विकास किया.
राजस्थान - 4400 मेगावाट
जोधपुर में भदला सोलर पार्क.
आंध्रप्रदेश - 3470 मेगावाट
क्लीन एनर्जी के मामले में आंध्र का दूसरा स्थान है. कुर्नूल और कडप्पा में सोलर पार्क.