देहरादून: सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय सहारा जो सहारा श्री के नाम से जाने जाते हैं कि अस्थियां आज बुधवार 22 नवंबर को पूरे विधि-विधान के साथ मां गंगा में विसर्जित की गई. अस्थियों का विसर्जन पंडित विशाल कौशिक के नेतृत्व में पंडितों ने संपन्न कराया.
सहारा श्री की अस्थियों को लेकर उनके भतीजे जागृतो राय और अन्य परिजन हवाई मार्ग से देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां से वो सड़क मार्ग से हरिद्वार पहुंचे. हरिद्वार में रोड़ी बेल वाला मैदान से अस्थि कलश रथ में वीआईपी घाट पहुंचाया गया, जहां सहारा श्री को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद वैदिक रीति रिवाज के साथ सहारा श्री की अस्थियों को मां गंगा में विसर्जित किया गया.
पढ़ें-Saharasri Araria Connection: 'घर-घर घूमकर दुर्गा पूजा में बजाते थे ढाक', चंदन दा उर्फ सुब्रत रॉय सहारा को अररिया में किया गया याद
इस दौरान बड़ी संख्या में सहारा समूह के अधिकारी और कर्मचारी गंगा घाट पर मौजूद रहे. पंडित विशाल कौशिक ने बताया कि सहारा श्री सुब्रत राय सहारा की अस्थियों का आज गंगा में विसर्जित किया गया है. उनके भतीजे जागृतो राय उनकी अस्थियों को लेकर यहां पर आए थे और पूरे वैदिक विधि-विधान के साथ ब्राह्मणों ने विधि-पूर्वक अस्थियों के विसर्जन के कार्य को संपन्न कराया है.
बता दें कि, सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय 75 साल के थे, जो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बीती 14 नवंबर को मुंबई के निजी हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी. 15 नवंबर को लखनऊ में सुब्रत रॉय का अंतिम संस्कार किया गया था. सुब्रत रॉय का अंतिम संस्कार भी उनके पोते ने किया था. सुब्रत रॉय की पत्नी अपने दोनों बेटे के साथ मेसेडोनिया में रहती है, लेकिन सुब्रत रॉय के निधन के बाद भी दोनों बेटे भारत नहीं आए. सुब्रत रॉय की पत्नी अपने पोते के साथ भारत पहुंची थी. पोते ने ही सुब्रत रॉय को मुखाग्नि दी थी.