कटिहार : कटिहार जिला के मनिहारी अनुमंडल के कई इलाके पूरी तरह गंगा नदी की बाढ़ के जद में हैं. ऐसे में दूर-दूर तक सिर्फ पानी ही पानी है, कल तक जहां लोग गुजर बसर करते थे और बच्चों की कोचिंग क्लास चलती थी वह इलाका भी अब पूरी तरह गंगा की गोद में है, लेकिन ऐसे हालात में भी गांव में निशुल्क कोचिंग चलाने वाले तीन युवक कुंदन, पंकज और रविंद्र शिक्षक वाले अपनी भूमिका के साथ डटे हुए हैं और इसीलिए मनिहारी मारालैंड बस्ती में गंगा में ही नाव पर पाठशाला बदस्तूर जारी है.
इन शिक्षकों का मकसद है कि बाढ़ की परेशानियों के बीच गांव के किसी भी मासूम की पढ़ाई बाधित न हो. बीच दरिया में नाव पर मासूमों को ये शिक्षक तालीम देते हैं. बता दें कि कटिहार के मनिहारी इलाके के मारालैंड गांव में गंगा नदी में बाढ़ आ जाने के कारण सब कुछ डूब चुका है.
निचले इलाके में पड़ने वाले इस इलाके में लाखों की फसल बाढ़ के कारण बर्बाद हो गयी है. लोगों के घरों में अब भी कमर भर से ज्यादा पानी जमा है. स्कूलों की तो बात ही छोड़िये. जमे हुए बाढ़ के पानी ने शिक्षा व्यवस्था की कमर तोड़ डाली है. जिससे बच्चे महीनों से पढ़ाई से महरूम है.
शिक्षकों का कहना है कि इलाके में जो सूखी जगह है, वह सड़क है. सड़कों पर लोगों ने अपना आशियाना बना लिया है. गांव में कुछ जगहों पर सूखी जगह है, लेकिन लोग वहां मचान बना कर रहते हैं. पहले कम बच्चे ही आते थे. लेकिन अब 20-30 बच्चे पढ़ाई करने आने लगे हैं.
जगह की कमी है, जिससे स्कूल चलाने में दिक्कत हो रही है. लेकिन बच्चों के पढ़ाई पर ब्रेक नहीं लगे इसके लिये गांव के तीन शिक्षक कुन्दन, पंकज और रविन्द्र नाव पर तालीम मुहैय्या करवा रहे हैं, वह भी निःशुल्क.