जमुई:बिहार केशिक्षा मंत्री डॉ. प्रोफेसर चंद्रशेखर ने मैट्रिक परीक्षा के नतीजों का ऐलान कर दिया है. 16,37,414 छात्र और छात्राएं ने परीक्षा दी थी. इस बार 3 दर्जन से अधिक परीक्षार्थियों को बिहार बोर्ड की ओर से सत्यापन का बुलावा आया था. बच्चों की हैंड राइटिंग का मिलान किया गया और संबंधित सब्जेक्ट से जुड़े प्रश्न पूछे गए. इसमें सबसे अधिक परीक्षार्थी सिमुलतला आवासीय विद्यालय के थे. सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 10 छात्रों ने टॉप 10 में जगह बनाई है.
Bihar 10th Result 2023: सिमुलतला आवासीय विद्यालय का जलवा कायम, मैट्रिक में TOP 10 में दस स्टूडेंट्स
बिहार बोर्ड दसवीं के परिणाम घोषित हो चुके हैं. इस बार भी बिहार के जमुई के परीक्षार्थियों का जलवा बरकरार रहा. जमुई सिमुलतला आवासीय विद्यालय को टॉपर्स की फैक्ट्री के नाम से भी जाना जाता है. स्टेट लेवल पर यहां के स्टूडेंट्स ने रिकॉर्ड बरकरार रखते रैंकिंग में बाजी मारी है.
टॉप 10 में सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 10 विद्यार्थी: टॉप 10 में सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 10 परीक्षार्थियों को स्थान मिला है. इनमें शुभम कुमार ने 483 अंक लाकर चौथे स्थान पर कब्जा किया है. वहीं सुधांशु शेखर को 481 अंक मिले हैं. जबकि पंखुड़ी कुमारी को 480 अंक मिले हैं. हिमांशु कुमार को 480, भव्या राज को 479, अर्पिता कुमारी को 478 अंक मिले हैं. वहीं शिवम पंडित और प्रभात कुमार को 478 नंबर मिले हैं. अंकिता कुमारी और आस्था अश्विनी को 476 अंक प्राप्त हुए हैं.
116 स्टूडेंटस हुए थे परीक्षा में शामिल: इस वर्ष बच्चे ने पुराने सभी कृतिमान को पीछे छोड़कर पुनः इतिहास दुहराया है. सिमुलतला आवासीय विद्यालय के बच्चों का उत्साह चरम पर है. सफल छात्रों का कहना है कि हमने कड़ी मेहनत की थी जिसका हमें आज फल मिला है. हम सब बेहद खुश हैं. बता दें कि इस वर्ष सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 58 छात्र और 58 छात्राएं सहित कुल 116 परीक्षार्थी दसवीं की परीक्षा में शामिल हुए थे.
2010 में हुई थी स्थापना:टॉपर्स फैक्ट्रीसिमुलतला आवासीय विद्यालय की स्थापना 2010 में हुई थी. सीएम नीतीश कुमार ने 9 अगस्त को स्कूल का शुभारंभ किया था. गुरुकुल पद्धति पर आधारित इस आवासीय विद्यालय में 6वीं से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई कराई जाती है. साल 2015 में टॉप टेन में 30 बच्चे इसी विद्यालय के थे. वहीं वर्ष 2016 में 42 जबकि 2019 में 16 वहीं 2020 में 6 और 2021 में 13 बच्चों ने टॉप 10 में जगह बनाई थी. वहीं पिछले साल 2022 में सिर्फ 5 छात्रों ने टॉप 10 में जगह बनाई थी.