ऋषिकेश गोलीकांड का वीडियो, पुलिस ने चारों आरोपियों को किया अरेस्ट. श्रीनगर (उत्तराखंड):ऋषिकेश के चंद्रभागा पुल पर हुए गोलीकांड में गढ़वाल विश्वविद्यालय के चार छात्रों के नाम सामने आने के बाद विश्वविद्यालय में आक्रोश का माहौल है. शनिवार को गढ़वाल विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष की अगुवाई में बड़ी संख्या में छात्र कुलसचिव कार्यालय पहुंचे और कुलसचिव धीरज शर्मा का 3 घंटे तक घेराव किया. छात्रों ने कुलसचिव से छात्रों के खिलाफ विवि स्तर पर कार्रवाई की मांग की है.
गढ़वाल विवि के छात्रों ने कुलसचिव का घेराव किया. शनिवार को हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय (HNB Garhwal University) के छात्रसंघ अध्यक्ष सुधांशू थपलियाल ने नेतृत्व में कई छात्रों ने कुलसचिव का घेराव किया. सुधांशू ने कहा कि ऋषिकेश में बीच सड़क पिस्टल से फायर झोंकने वाले छात्र विश्वविद्यालय में भी अराजकता का माहौल बनाकर रखते थे. उन छात्रों द्वारा 'जय हो' छात्र संघ के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई है. ऐसे छात्रों के खिलाफ विवि स्तर से कार्रवाई की जानी चाहिए.
कॉलेज कैंपस में भी थी मारपीट:छात्र नेता कैवल्य जखमोला ने कहा कि गढ़वाल विवि में अगर इसी तरह के छात्र कॉलेज कैंपस में पिस्टल लेकर छात्रों को डराने का कार्य करेंगे तो छात्र किस तरह से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे. छात्रों का विश्वविद्यालय में पढ़ना कठिन हो जाएगा. उन्होंने कुलसचिव से ऐसे अराजक छात्रों के खिलाफ विश्वविद्यालय स्तर से कार्रवाई करने की मांग की है, और ऐसा ना किए जाने पर छात्रों ने विवि को आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
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प्रॉक्टर बोर्ड करेगा कार्रवाई: वहीं, गढ़वाल केंद्रीय विवि के कुलसचिव धीरज शर्मा का कहना है कि छात्र उनके पास विवि के चौरास कैंपस को बंद करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने आए थे. मामले पर विश्वविद्यालय, चौरास कैंपस को बंद करने वाले छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने जा रही है. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश की घटना के संबंध में उनको जानकारी नहीं है, लेकिन विवि का कोई भी छात्र ऐसे काम करता हुआ पाया गया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इन छात्रों के खिलाफ प्रॉक्टर बोर्ड कार्रवाई अमल में लाएगा.
जानें पूरा मामला:बता दें कि, बीते रोज शुक्रवार 20 अक्टूबर रात के समय ऋषिकेश स्थित चंद्रभागा पुल पर कार सवार 4 युवकों का एक स्थानीय व्यक्ति दीपक जायसवाल से विवाद हो गया था. पीड़ित दीपक जायसवाल ने पुलिस को बताया था कि जब वो सब्जी मंडी से खरीददारी कर घर लौट रहे थे तभी चंद्रभागा पुल के पास एक कार में बैक सीट पर बैठे एक शख्स ने कार का शीशा खोला और बिना देखे ही उनके ऊपर थूक दिया. जब पीड़ित ने आपत्ति दर्ज की तो कार में बैठे व्यक्ति ने उनसे गाली-गलौज की और कार में बैठे उसके अन्य साथियों ने लोहे की रॉड और हॉकी डंडे से दीपक जायसवाल पर हमला बोल दिया. दीपक ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके ऊपर पिस्टल से गोली भी चलाई गई थी. फायरिंग करने के बाद सारे लड़के धमकी देते हुए कार लेकर फरार हो गए. फायरिंग के बाद इलाके में अफरा तफरी मच गई. फायरिंग का वीडियो भी वायरल हुआ है.
एसएसपी ने दिया था 12 घंटे का अल्टीमेटम:वहीं, इस मामले में देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने सख्त रुख अपनाते हुए ऋषिकेश पुलिस को सख्त हिदायत दी थी कि 12 घंटे के अंदर आरोपियों को पकड़ा जाना चाहिए नहीं तो संबंधित थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पुलिस लाइन में हाजिर होंगे. एसएसपी के अल्टीेमेटम के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और 12 घंटे के भीतर ही चोरों युवकों समरजीत तेवतिया (निवासी हापुड़ यूपी), हिमांशु (निवासी हापुड़ यूपी), दिलीप भुरान (निवासी अलवर राजस्थान) और रियांश ढाका (निवासी बीकानेर राजस्थान) को तीन धारा टिहरी गढ़वाल के पास से गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से पुलिस को एक देसी पिस्टल, 3 जिंदा कारतूस और 2 हॉकी स्टिक और एक स्टम्प और कार बरामद हुई है.
जानकारी के मुताबिक, समरजीत तेवतिया एमपीएड और दिलीप भुरान फॉरेस्ट्री विभाग का छात्र है. समरजीत ने पुलिस को बताया कि उसके पास देसी पिस्टल और कारतूस थे. उसी ने फायरिंग की थी. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद उन्होंने पिस्टल और कारतूस को चंद्रभागा पुल से आगे एक डस्टबिन में फेंक दिया था. पुलिस ने इस्तेमाल की गई देसी पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस चंद्रभागा पुल के पास से बरामद किए हैं. फायरिंग करने वाले आरोपी समरजीत के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत एक अलग से केस दर्ज किया गया है.
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