जयपुर. राजधानी के मुहाना थाना इलाके में स्थित राधा निकुंज कॉलोनी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां घर के बाहर खेल रहे एक 9 साल के मासूम को पांच आवारा कुत्तों ने घेर कर 40 जगह से नोच डाला (Stray Dogs Bite Boy In Jaipur). यह पूरा घटनाक्रम 19 मई की दोपहर को हुआ और मासूम के परिजन इलाज में व्यस्त रहने के चलते अब तक पुलिस में इसकी शिकायत नहीं कर सके हैं.
राधा निकुंज कॉलोनी में रहने वाले जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि उनका 9 साल का बेटा दक्ष मिश्रा 19 मई को स्कूल से आने के बाद घर के बाहर खेल रहा था. तभी अचानक 5 आवारा कुत्तों ने उसे चारों ओर से घेर कर उस पर हमला कर (9 year old attacked by Street Dogs) दिया. कुत्तों ने दक्ष के शरीर को 40 से भी ज्यादा जगह से नोच खाया. मासूम को गंभीर अवस्था में साकेत अस्पताल में भर्ती करवाया गया. गुरुवार को ही दक्ष को अस्पताल से छुट्टी मिली है. अभी उसके घाव पूरी तरह से नहीं भरे हैं.
9 साल के मासूम को 5 आवारा कुत्तों ने 40 जगह से नोचा. स्कूटी पर गुजर रही दो महिलाओं ने बचाई जान -पूरे घटनाक्रम का जो सीसीटीवी सामने (CCTV Footage Of Jaipur Dog Bites) आया है, उसमें साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरह से दक्ष को चारों ओर से घेरने के बाद पांच कुत्ते उसे नोच रहे हैं. इसी दौरान वहां पर साइकिल से 2 बच्चे और एक स्कूटी पर सवार होकर दो महिलाएं गुजरती हुई नजर आ रही हैं. वे इस घटनाक्रम को देख वहां पर रुकते हैं, पहले साइकिल सवार एक बच्चा पास जाने की हिम्मत करता है, लेकिन वह डरकर आगे नहीं जा पाता. तभी स्कूटी पर गुजर रही दो महिलाएं इस घटनाक्रम को देखकर रुकती हैं और एक महिला कुत्तों को भगाने के लिए तेजी से आगे बढ़ती है, जिसे देखकर पांचों कुत्ते वहां से भाग जाते हैं. इसके बाद महिला लहूलुहान स्थिति में दक्ष को कुत्तों के चंगुल से मुक्त करवाकर उसे उसके घर ले जाती हैं.
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हादसे के वक्त दक्ष के माता-पिता गए थे काम परः हादसे का शिकार हुए दक्ष मिश्रा के पिता जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि वह और उनकी पत्नी दोनों नौकरी करते हैं. हादसे के वक्त भी नौकरी पर गए हुए थे. जिस वक्त ये हादसा घटित हुआ उस वक्त दक्ष घर पर अकेला था. खाना खाने के बाद खेलने के लिए बाहर निकला था. जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद कॉलोनी में रहने वाले अन्य बच्चों में भय का माहौल है. शिकायत के बाद नगर निगम की गाड़ी कुत्तों को पकड़ने के लिए आई, लेकिन कुत्ते इधर-उधर भाग गए. अब दोबारा शिकायत करने के बाद नगर निगम की टीम कुत्तों को पकड़ने वापस नहीं आ रही है. कुछ महीने पहले भी इसी तरह से आवारा कुत्तों ने पिछली गली में एक बच्चे को शिकार बनाया था, जिसमें इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी.