रायपुर : छत्तीसगढ़ का बस्तर लाल आंतक से कराह रहा है. बस्तर संभाग के सातों जिले अब भी नक्सलियों के दंश से जूझ रहा है. नक्सलमुक्त बस्तर बनाने की सोच रखने वाले लखमू राम मड़कामी शहीद हो गए हैं. लखमू कई मुठभेड़ में शामिल रहा, जहां नक्सली इनका बाल भी बांका नहीं कर पाए, लेकिन दंतेवाड़ा के अरनपुर में आईईडी ब्लास्ट में 10 जवानों की शहादत के साथ वह भी अपनी माटी के लिए कुर्बान हो गए. आइये जानते हैं कौन है शहीद लखमू और नक्सल विरोधी अभियान में क्या रही इनकी भूमिका.
lakhmu ram madkami : नक्सलियों के काल थे लखमू राम मड़कामी, गांव में पसरा मातम
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट करके डीआरजी जवानों की जान ले ली है. इनमें से एक शहीद लखमू राम मड़कामी भी थे. वे सरेंडर के बाद डीआरजी जवान बने थे.
लखमू राम मड़कामी
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नक्सल ऑपरेशन में माहिर थे लखमू :कई सर्च ऑपरेशन में लखमू की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. नक्सली कभी भी इनका बाल भी बांका नहीं कर पाए थे, लेकिन घात लगाए बैठे नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर लखमू को शहीद कर दिया है. लखमू के गांव में इस वक्त मातम छाया हुआ है. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. स्थानीय होने की वजह से लखमू का इनपुट बहुत स्ट्रांग था, इनकी वजह से कई ऑपरेशनों में सफलता मिली है.
Last Updated : Apr 27, 2023, 10:15 PM IST