जैसलमेर :राजस्थान के जैसलमेर (Jaisalmer in Rajasthan) जिले के ऐसे कुख्यात डाकू और एक कला प्रेमी की जींवत कहानी आज भी रेतीले धोरों में कई किस्से संजोए हुए है. हम बात कर रहे हैं, जैसलमेर जिले के निवासी करणाराम भील (dacoit karanaram bhil) की, जो एक समय में जैसलमेर सहित आस-पास के इलाकों में कुख्यात डाकू के रूप में पहचाना जाता था.
कई घटनाओं में करणाराम भील का हाथ था. इलाके में उसके नाम की दहशत थी, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि कुख्यात डाकू करणाराम भील देश का प्रसिद्ध नड़ वादक बन गया. इतिहासकार नंदकिशोर शर्मा (Historian Nandkishore Sharma) बताते हैं कि करणाराम भील उस दौरान एक अफगानी युवती (afghani girl) लाली को अपना दिल दे बैठा और उसके प्रेम में नड़ वादक बन गया. दरअसल, लाली को नड़ वादन सुनाने के लिए ही करणाराम भील नड़ वादक बना.
हत्या के जुर्म में मिली उम्र कैद
जानकार बताते हैं कि करणाराम भील ने 60-70 के दशक में जैसलमेर के भूगांव में जमीन खरीदी थी. इस जमीन के मालिकाना हक को लेकर करणाराम का इलियास नाम के व्यक्ति से विवाद हो गया. इस दौरान एक दिन करणाराम भील ने इलियास के बेटे के सामने ही इलियास की गोली मार कर हत्या कर दी. करणाराम को गिरफ्तार कर लिया गया और उम्रकैद की सजा सुना दी गई. लेकिन, करणाराम जैसलमेर की जेल तोड़कर भाग निकला. हालांकि, कुछ दिन बाद उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया.
राष्ट्रपति ने सजा माफ की
जेल में करणाराम भील नड़ गायन का प्रदर्शन किया करता था. इसके चलते उसे पैरोल पर बाहर जाने की छूट भी मिल जाती थी. उसे अक्सर तब पैरोल मिला करती थी जब किसी वीआईपी मेहमान के सामने लोक संगीत का कार्यक्रम किया जाता था. इसी दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति जैसलमेर दौरे पर आए. उनके सामने करणाराम भील ने नड़ वादन पेश किया. कैदी के प्रदर्शन से खुश राष्ट्रपति ने करणाराम की सजा माफ कर दी.