भोपाल :मध्य प्रदेश के सागर जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर गढ़ाकोटा के नजदीक आपचंद गांव जो की प्रसिद्ध आपचंद की गुफा के नजदीक बसा हुआ है, यहां चारों तरफ जंगल है.
इसी गांव में रहने वाली श्री बाई को वैसे तो गांव के बाहर कोई नहीं जानता था पर जब 11 जनवरी 2021 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटियों और महिलाओं को बचाने वाले समाज के असली हीरो का सम्मान किया और उसमें श्री बाई का नाम आया और फिर जब मुख्यमंत्री ने श्री बाई की कहानी सुनकर उनकी जमकर प्रशंसा की तो प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में उनकी पहचान बनी. उस दिन श्री की बहादुरी की दास्तान जिसने भी सुनी उसने यहीं कहा कि यही हैं असली हीरो.
महिला दिवस की विशेष सीरीज में ईटीवी भारत आपको बताने जा रहा है एक मर्दानी की ऐसी कहानी, जिसमें एक अकेली औरत ने एक अबला नारी को चार ऐसे दरिंदों के चंगुल से निकाला जो उसकी अस्मत लूटकर उसे ज़िन्दा जलाने की फिराक में थे.
घटना की कहानी श्री बाई की ज़ुबानी
27 सितंबर 2020 को जब गढ़ाकोटा के पास आपचंद गांव में श्री बाई अपने खेत में फसल की कटाई कर रही थी. तभी अचानक एक महिला चीखती-चिल्लाती श्री बाई की तरफ़ दौड़ती आ रही थी, उसकी गोद में दो छोटे मासूम बच्चे थे और उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे और उस महिला के पीछे चार वहशी दरिंदे हथियार और पेट्रोल से भरी बोतल लेकर दौड़ रहे थे. श्री बाई कुछ समझ पाती इससे पहले पीड़ित महिला श्रीबाई के पास आकर खुदको बचाने की गुहार लगाने लगी.
श्री बाई इतना तो समझ गई थी कि इन चारों के इरादे ठीक नहीं हैं और वह इस महिला को जबरन ले जाना चाहते हैं. श्री बाई खेत पर अकेली थी सामने चार दरिन्दे खड़े थे पर श्रीबाई ने हिम्मत न हारते हुए चारों दरिंदों को ललकारा और दूर रहने की नसीहत दी, जिसपर चारों अपरधियों ने श्री बाई को मामले से दूर रहने की नसीहत देते हुए पीड़ित महिला को अपनी साली बताते हुए उन्हें सौंपने की बात कही, लेकिन पीड़ित महिला उनकी बातों को झूठ बताकर श्रीबाई से जान बचाने की गुहार लगा रही थी.
जब श्री बाई ने उन दरिंदों की बात मानने से इंकार कर दिया तो वह श्री बाई की तरफ़ बढ़ने लगे जिसपर श्रीबाई ने फ़सल काटने के हसिया (कटारी) दिखाते हुए चारों को ललकारा, फिर तीन आरोपी तो पीछे हटे लेकिन एक आरोपी ने श्री बाई को भी पीड़ित महिला के साथ ज़िंदा जलाने की धमकी दी, पर श्रीबाई बिना डरे उस पीड़ित अबला की ढाल बनी रही. चारों अपराधियों ने उसे बहुत डराने की कोशिश की, हमला करने की कोशिश की पर उसने हिम्मत नहीं हारी.