पुणे : एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच शनिवार को गुप्त बैठक हुई. इन दोनों की मुलाकात के बाद कई राजनीतिक अटकलें और तर्क लगाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि शरद पवार को अजित पवार ने सरकार में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है. बताया जा रहा है कि इन दोनों नेताओं की मुलाकात एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के जरिए हुई.
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, अजित पवार और जयंत पाटिल के बीच 35 मिनट तक चर्चा हुई. साथ ही उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रस्ताव दिया कि केंद्र में बीजेपी के साथ मिलकर सत्ता में भागीदारी निभानी चाहिए. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शरद पवार ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. जानकारी सामने आ रही है कि जयंत पाटिल शरद पवार के साथ रहेंगे. इन दोनों की मुलाकात के बाद नेता मिलीजुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
जयंत पाटिल बोले- क्या बातचीत हुई, इसकी जानकारी नहीं :इस मामले में राकांपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल (jayant patil) ने रविवार को कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पार्टी संस्थापक और उनके भतीजे के बीच क्या बातचीत हुई. पाटिल ने यह भी कहा कि यह 'कोई गोपनीय बैठक नहीं' थी. राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्हें इस प्रकार की बैठक की कोई जानकारी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं आपको कोई जानकारी नहीं दे सकता.'
पाटिल ने कहा, 'मैं पवार साहब के साथ एक परिचित के यहां गया और जल्दी निकल गया. बाद में क्या हुआ, मुझे इसकी जानकारी नहीं है.' पाटिल ने कहा कि उनके भाई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से एक नोटिस मिला था, जिसमें कुछ कंपनी के बारे में जानकारी मांगी गई थी.
राकांपा नेता ने कहा, 'वह (पाटिल के भाई) चार दिन पहले ईडी कार्यालय गए और उन्होंने वह सारी जानकारी उपलब्ध करा दी, जो उनके पास थी. ईडी के नोटिस को कल की बैठक से जोड़ना गलत है.'
पाटिल के अजित पवार धड़े में शामिल होने संबंधी अटकलों को लेकर राकांपा नेता ने कहा कि उन्होंने अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर दिया है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह शरद पवार के साथ हैं, पाटिल ने कहा, 'हां, अपने मन में कोई संदेह न रखें.'
उन्होंने दावा किया कि राकांपा में कोई विभाजन नहीं है और दोनों गुटों का कहना है कि शरद पवार उनके नेता हैं. उन्होंने कहा, 'हर कोई उनकी (शरद पवार की) तस्वीर लगाता है और वे कहते हैं कि वे उनके लिए काम करते हैं, इसलिए कोई विभाजन नहीं है.'
शरद पवार के पोते और राकांपा विधायक रोहित पवार ने भी कहा कि उन्हें पार्टी संस्थापक शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच किसी मुलाकात की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर मुलाकात हुई है, तो भी 'परिवार में संवाद बनाए रखने में कुछ भी गलत नहीं है.'
अंबादास दानवे बोले, कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति :विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि इस तरह की बैठक से पार्टी कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है. अंबादास दानवे ने कहा कि शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात की जानकारी मीडिया के जरिए मिली.