श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी यह जानकारी. अयोध्याः श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंदिर निर्माण का ताजा अपडेट दिया है. इसके मुताबिक 22 जनवरी के कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है. पूजा और हवन के लिए मंडप और यज्ञ वेदी बनकर तैयार हो गए हैं. इसके अलावा आने वाले अतिथियों के स्वागत की पूरी तैयारी है. इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी. आए हुए सभी अतिथियों के लिए भोजन व प्रसाद की व्यवस्था की जाएगी. चंपत राय ने बताया कि भगवान के मंदिर में प्रतिष्ठित होने वाली प्रतिमा पर अंतिम निर्णय अगले दो दिनों में हो जाएगा. तीन प्रतिमाएं बनकर तैयार हो गई है जिस पर विचार विमर्श के बाद अंतिम निर्णय दो दिनों के अंदर ले लिया जाएगा.
रामलला मंदिर का बाहरी स्वरूप. अयोध्यावासी कैंप लगाकर करें अतिथियों का स्वागत
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम जन्मभूमि मंदिर की चारों दिशाओं में स्थित मोहल्ले में भंडारे चलेंगे. सभी को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बतााय कि आम अयोध्या वासियों से आग्रह किया है कि अयोध्या आने वाले सभी रामभक्त श्रद्धालु अयोध्या वासियों के अतिथि हैं. उनके स्वागत सत्कार में कोई कमी न रखी जाए. हमारा आग्रह है कि लोगों से जो संभव हो वह राम भक्तों की सेवा के लिए चाय, बिस्किट, ब्रेड का वितरण करें.ऐसे लगभग 100 कैंप मंदिर के आसपास लगाए जाने की सूचना है. इसके साथ ही अयोध्या नगरी को साफ सुथरा बनाए रखने की जिम्मेदारी हमारी है. मिसाल के तौर पर अगर कहीं बिस्कुट के पैकेट बांटे जा रहे हैं तो उसके खाली रैपर भी जमीन पर गिरेंगे. उन्हें व्यवस्थित रूप से रखना, पानी की खाली बोतलों को डस्टबिन में डालने की जिम्मेदारी भी वितरण समिति की होनी चाहिए. अयोध्या को साफ सुथरा बनाए रखना हमारी अहम जिम्मेदारी है.
मंदिर में एक से बढ़कर एक प्रतिमाओं को तैयार किया गया है. रामलला मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा. 30 दिसंबर को पीएम मोदी राम जन्मभूमि नहीं जाएंगे
30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन के दौरान उनके द्वारा श्री राम जन्मभूमि परिसर में जाने के सवाल पर चंपत राय ने बताया कि प्रधानमंत्री जी के राम जन्मभूमि परिसर आने की कोई सूचना हमें प्राप्त नहीं हुई है.अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनके पास इतना समय नहीं बचेगा कि वह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों से हटकर कुछ अलग कर सके. उनका यह दौरा अयोध्या एयरपोर्ट और अयोध्या धाम जंक्शन स्टेशन की नई बिल्डिंग के उद्घाटन और जनसभा के लिए प्रस्तावित है.अभी तक प्रधानमंत्री के रामलला के दर्शन के लिए आने की कोई सूचना नहीं है. उनके आगमन और प्रस्थान की सारी सूचनाएं पीएमओ द्वारा ही जारी होती हैं. उनका अयोध्या आगमन भी मौसम के ऊपर डिपेंड करता है अगर मौसम खराब रहा तो शायद हवाई सेवा प्रभावित हो और यह कार्यक्रम भी प्रभावित हो सकता है.श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ट्रस्ट द्वारा समय-समय पर सही जानकारी दी जाती है.इसके अलावा मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तमाम खबरें प्रकाशित और प्रसारित की जा रही है.इस तरह की खबरें लोगों की खुद की सोच है. हमारा इस तरह की खबरों से कोई लेना-देना नहीं है. जहां तक भगवान राम के नगर दर्शन का सवाल है तो समय काल की परिस्थितियों के अनुसार हम अभी तमाम कार्यक्रमों पर अंतिम निर्णय लेंगे. अभी इन कार्यक्रमों की तिथि निर्धारित नही है.हम चाहते हैं कि कार्यक्रम भव्य रूप से हो और एक सुंदर माहौल बना रहे. वही मंदिर निर्माण से अधिक पत्थर का प्रयोग परकोटे में होने के सवाल पर चंपत राय ने कहा कि हां इसे सही कहा जा सकता है लेकिन इस बात को अच्छी ढंग से समझना होगा जिसने भी यह जानकारी दी है वह उनका खुद का मत है.
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