चेन्नई: अपनी मजबूत और अच्छी चुनाव मशीनरी के लिए जानी जाने वाली डीएमके ने आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए खुद को तैयार करने के लिए अपने बूथ स्तर के पदाधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की है. यह पहली बार है कि द्रविड़ प्रमुख भाजपा की तर्ज पर जमीनी स्तर तक इस तरह की संरचित पहुंच बना रहे हैं.
तमिलनाडु में, केवल भाजपा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अपने केंद्रीय नेताओं की भागीदारी के साथ ऐसे कार्यक्रम आयोजित करती रही है.
2019 में पिछले संसदीय चुनाव में तमिलनाडु की 39 में से 38 सीटें और पुडुचेरी में एकमात्र लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पर कब्जा करने के बाद DMK इस बार भी वही प्रदर्शन दोहराने का पूरा प्रयास कर रही है. ऐसे में मतदान केंद्रों के प्रहरियों के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उसकी रणनीति का अहम हिस्सा है. विपक्षी गठबंधन में, मुख्यमंत्री और द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन कोई कसर नहीं छोड़ रहे. वह बुधवार (26 जुलाई) को त्रिची में पांच श्रृंखलाओं में से पहली श्रृंखला को संबोधित करेंगे.
त्रिची के अलावा, उन क्षेत्रों के जिलों के समूह के पदाधिकारियों के लिए चार अन्य स्थानों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. त्रिची में, यह त्रिची, अरियालुर, पुदुकोट्टई, कुड्डालोर, तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम और मयिलादुथुराई जिलों के बूथ स्तर के पदाधिकारियों के लिए है.
मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी संभालने वाले कुल 12,645 पार्टी कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं और उनके लिए 20 एकड़ के विशाल स्थल पर भोजन सहित विस्तृत व्यवस्था की गई है. डीएमके के इतिहास में त्रिची के महत्व पर स्टालिन ने पार्टी कैडर को लिखे एक पत्र में कहा, 'त्रिची में ही 1956 के पार्टी सम्मेलन में चुनाव में हिस्सा लेने का फैसला किया गया था.'