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श्रीलंका : विक्रमसिंघे बने कार्यवाहक राष्ट्रपति, सेना ने सहयोग की अपील की

श्रीलंका के राष्‍ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश को छोड़कर मालदीव भाग गए हैं. लेकिन वहां पर भी उनका विरोध हुआ. सूत्रों के अनुसार वे वहां से सिंगापुर निकल गए. इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इधर कोलंबो में फिर से विरोध प्रदर्शन जारी है. सेना ने प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील की है. राजनीतिक दलों की एक सर्वदलीय बैठक भी हुई है. गोटबाया की जगह रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है. श्रीलंका में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है. कार्यवाहक राष्ट्रपति ने सुरक्षा बलों को जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए हैं. हालांकि, सर्वदलीय बैठक में यह फैसला किया गया कि सेना प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल का प्रयोग नहीं करेगी.

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श्रीलंका राजनीतिक संकट: राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद कोलंबो में आज फिर से विरोध प्रदर्शन

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Published : Jul 13, 2022, 11:22 AM IST

Updated : Jul 13, 2022, 9:34 PM IST

कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद देश में आर्थिक-राजनीतिक संकट और गहरा गया है. श्रीलंका में हालात और अधिक बिगड़ गया है. हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी संसद पहुंचे गये हैं. इस बीच कोलंबो में फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. कहा जा रहा है गोटबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. स्पीकर अभयवर्धने ने बताया कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने पीएम रानिल विक्रमसिंघे को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाने का ऐलान किया. विक्रमसिंघे ने पुलिस और सुरक्षाबलों को स्थिति संभालने के लिए जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए हैं. इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास पर कब्जा जमा लिया. सेना ने शांति बरतने की अपील की है. विक्रमसिंघे ने सेना और पुलिस को आवश्यक कदम उठाने के आदेश दिए हैं.

श्रीलंका के राष्ट्रीय चैनल का प्रसारण थोड़ी देर के लिए रूका था.प्रदर्शनकारियों ने कब्जा किया था. देश के सरकारी टेलीविजन चैनल रूपाविहिनी ने बुधवार को प्रसारण निलंबित कर दिया, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने इमारत पर धावा बोल दिया. श्रीलंका रूपवाहिनी कार्पोरेशन (एसएलआरसी) ने कहा कि उसके इंजीनियरों ने चैनल का सीधा प्रसारण और रिकॉर्डेड प्रसारण निलंबित कर दिया, क्योंकि कार्पोरेशन के परिसर को प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया. बाद में चैनल ने अपना प्रसारण फिर से शुरू किया.

श्रीलंका के प्रधानमंत्री के कार्यालय का हवाला देते मीडिया ने रिपोर्ट दी है राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश से भाग जाने के बाद श्रीलंका ने आपातकाल की घोषणा की कर दी गयी है. कोलंबो में प्रधानमंत्री के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में सैन्य कर्मियों की तैनाती की गई है. मौके पर पहुंचे प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. कोलंबो में विरोध प्रदर्शन के चलते श्रीलंका के प्रधानमंत्री आवास पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शनकारियों का धावा:कोलंबो में प्रदर्शनकारी श्रीलंका के प्रधानमंत्री आवास और कार्यालय की ओर बढ़ रहे हैं. श्रीलंका में विदेश मंत्रालय के पूर्व सलाहकार हरीम पीरिस ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि निहत्थे प्रदर्शनकारियों के ऊपर हथियार नहीं उठाएंगे क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो वह कानून का घोर उल्लंघन होगा. जब प्रदर्शनकारी यहां आ रहे थे तब उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए. प्रदर्शनकारी अब प्रधानमंत्री के आवास के प्रवेश द्वार की ओर जा रहे हैं, स्पेशल फोर्स, आर्म्ड फोर्स को भी सड़कों पर उतार दिया है. प्रधानमंत्री आवास में घुसने के लिए दीवार फांद रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सैन्य कर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े.

बताया जा रहा है कि श्रीलंका की वायुसेना के विशेष विमान की मदद से गोटाबाया राजपक्षे मालदीव की राजधानी माले पहुंच गये हैं. उधर, देश में संकट गहराता जा रहा है. कोलंबो की सड़कों पर फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. भारी संख्या में प्रदर्शनकारी श्रीलंकाई पीएम कार्यालय की ओर बढ़े. लोगों में आक्रोश देखा जा सकता है. कई लोगों के हाथों में झंडे हैं. इससे पहले गुस्साई लोगों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमा लिया था और पीएम के आवास को आग के हवाले कर दिया था.

श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे बुधवार को इस्तीफे के आधिकारिक घोषणा से पहले देश छोड़ चुके हैं. गोटबाया राजपक्षे मंगलवार देर रात मालदीव पहुंच गए. गोटबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के पहले परिवार समेत खुद के लिए सुरक्षा मांगी थी. गोटबाया राजपक्षे ने शर्त रखते हुए कहा था कि वे परिवार समेत देश से बाहर जाना चाहते हैं. ऐसे में सुरक्षित भेजे जाने की गारंटी दी जाए. गोटबाया की तरफ से 9 जुलाई को ही यह एलान कर दिया गया था कि वे 13 जुलाई को पद से इस्तीफा दे देंगे. गोटबाया इस्तीफे पर दस्तखत भी एक दिन पहले ही कर दिए थे.

Last Updated : Jul 13, 2022, 9:34 PM IST

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