नई दिल्ली : छोटे हवाई अड्डों पर कम दृश्यता के कारण उड़ान में देरी को रोकने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विशेष योजना शुरू करने की मंजूरी दे दी है. महाराष्ट्र में गोंदिया हवाई अड्डे से दृश्य उड़ान नियम (वीएफआर) संचालन को शुरू किया गया है. इंटर ग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) को यह मंजूरी उसके एटीआर 72-600 प्रकार के विमानों के लिए मिली है.
यह केवल दूसरा उदाहरण है जब किसी अनुसूचित एयरलाइन ऑपरेटर को किसी वीएफआर हवाई अड्डे से या उसके लिए विशेष वीएफआर संचालन शुरू करने की मंजूरी दी गई है. पहली बार, 15 नवंबर, 2023 को भारत के झारखंड में देवघर हवाई अड्डे के लिए/से विशेष वीएफआर संचालन शुरू करने के लिए मेसर्स इंडिगो को ऐसी मंजूरी दी गई थी.
वीएफआर हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन दृश्यता बाधाओं के कारण सीमित है. किसी भी उड़ान को उस हवाई अड्डे से उड़ान भरने या उतरने के लिए 5,000 मीटर की न्यूनतम दृश्यता मानदंड को पूरा करना आवश्यक है.
विशेष वीएफआर परिचालन से तात्पर्य ऐसे मौसम की स्थिति में परिचालन से है जहां दृश्यता वीएफआर परिचालन के लिए न्यूनतम दृश्यता मानदंड यानी 5,000 मीटर से कम है. एटीआर 72-600 प्रकार के विमान अब 3,200 मीटर तक कम दृश्यता में गोंदिया हवाई अड्डे से उड़ान भरने और उतरने में सक्षम होंगे, जिससे उड़ान संचालन के लिए गोंदिया हवाई अड्डे की उपलब्धता बढ़ जाएगी.