अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पूरी नगरी को राममय बनाने का एक अनूठा प्रयास कर रही है. केंद्र की इस योजना के तहत अयोध्या में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर बने ओवरब्रिज और अंडरपास की दीवारों पर रामकथा के चित्र अंकित किए जा रहे हैं.
इसके लिए बाकायदा एक प्रशिक्षित कंपनी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. ईटीवी भारत ने इस योजना से जुड़े लोगों से बातचीत करते हुए यह जानने की कोशिश की. जाना कि आने वाले कुछ महीनों में अयोध्या के प्रवेश मार्गों की तस्वीर कैसी होने वाली है.
फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट दे रहे हैं अयोध्या को एक नया रूप रंग
बनारस से आई फाइन आर्ट की स्टूडेंट प्रीति पांडे ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि उन्हें अयोध्या जाने का मौका मिलेगा तो उन्हें बहुत खुशी हुई. इस खास प्रोजेक्ट में अपने साथियों के साथ वह अयोध्या में बने हाईवे के किनारे भगवान राम की कथा से जुड़े चित्रों को उकेर रहीं हैं. कड़ी धूप में हाईवे पर तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही के बीच जोखिम उठाते हुए भी यह छात्र भगवान राम की सेवा के लिए समर्पित हैं.
भगवान राम के जन्म से लेकर लवकुश कांड तक की कथा का हो रहा चित्रण
एक अन्य छात्रा श्रद्धा द्विवेदी ने बताया कि भगवान राम के जन्म से पूर्व मखौड़ा धाम में महाराजा दशरथ द्वारा किए जा रहे पुत्रेष्टि यज्ञ से रामकथा की शुरुआत हुई थी.
रामायण के उत्तरकांड तक की कथा का प्रदर्शन दीवारों पर किया जा रहा है. हम सभी छात्र मिलकर सीढ़ी और ऊंचे स्टैंड के जरिए ऊंची-ऊंची दीवारों पर रामकथा के चित्र अंकित कर रहे हैं. यह काम जोखिम भरा जरूर है लेकिन इस काम को करने में उन्हें बेहद खुशी हो रही है. श्रद्धा द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि अपने जीवन का पहला प्रोजेक्ट उन्हें अयोध्या में पूरा करने का मौका मिलेगा.