Special Parliament Session: वो दिन दूर नहीं, जब राहुल गांधी खुद देश को कांग्रेस मुक्त कर देंगे- बीजेपी
देश में वन नेशन-वन इलेक्शन की चर्चा गर्म हो गई है. इसे लेकर शुक्रवार को के केंद्र सरकार ने एक कमेटी का गठन किया है, जिसके अध्यक्ष के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नियुक्त किया गया है. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना ने बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता केके शर्मा से बात की...
बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता केके शर्मा से खास बातचीत
नई दिल्ली: देश में वन नेशन-वन इलेक्शन की बात तो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पहले से ही करती रही है. शुक्रवार को इसके लिए कमेटी का अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बनाने की बात सरकार ने कही. जिससे इस मुद्दे पर सरकार की गंभीरता अब नजर आने लगी है. मगर वहीं दूसरी तरफ सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक लोकसभा और राज्यसभा का विशेष सत्र बुलाया है, जिसमें 5 बैठकें होंगी.
कहा जा रहा है कि इस विशेष सत्र में सरकार समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और महिला आरक्षण बिल भी पेश कर सकती है. शुक्रवार का दिन देश में राजनीतिक गहमा गहमी का रहा. जहां एक तरफ मुंबई में विपक्षी पार्टियों के समूह 'इंडिया' गठबंधन की बैठक में तमाम पार्टियों के नेता इकट्ठा हुए. मगर संयोजक और लोगो की घोषणा नहीं की गई, तो वहीं सरकार ने संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर के बीच बुलाने की घोषणा की है.
साथ ही इस पर कमेटी भी बनाने की बात सरकार ने कही, जिसका अध्यक्ष रामनाथ कोविंद को बनाया गया है, जो इससे संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा करेगी. जबकि विपक्षियों का आरोप है कि सरकार विपक्ष की बैठक से डर गई है. यही नहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीधे-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तमाम आरोप लगाए. मगर जहां तक बात संसद के विशेष सत्र की है, सूत्रों की माने तो उसमें कोई एक एजेंडा नहीं बल्कि कई एजेंडे हैं.
इन पांच बैठकों में जी-20 की सफलता, नए संसद की उपलब्धि, समान नागरिक संहिता, चंद्रयान की सफलता और महिला आरक्षण बिल जैसे कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है और इन्हें पेश किया जा सकता है. मगर सियासत वन नेशन-वन इलेक्शन पर जारी है. अंदरखाने वास्तविकता यह है कि इस पर बनाई जा रही कमेटी की बात के बाद कुछ बीजेपी शासित प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भी इस पर असहमति जताई है, जिसे देखकर लगता है कि ये मात्र सरकार एजेंडा को आगे बढ़ा रही है.
वन नेशन-वन इलेक्शन की चर्चा
फिलहाल इसे वास्तविकता में लागू करना आसान नहीं लगता. बहरहाल कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोप और विपक्ष के एजेंडे पर बात करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केके शर्मा का कहना है कि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि कांग्रेस की स्थापना ही एक अंग्रेज ने की थी. एओ ह्यूम इसके संस्थापक थे. जिस कांग्रेस को बाद में नेहरू जी ने संभाला और आज राहुल गांधी के निर्देशन में कांग्रेस की हालत ये है कि कांग्रेस 40 से 50 सीटों तक सिमट गई है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी चीन की पैरोकारी कर रहे हैं, जिस तरह से षड्यंत्रकारी विषयों को उठा रहे या नरेंद्र मोदी की खिलाफत कर रहे है, वो दिन दूर नहीं जब राहुल गांधी खुद भारत को कांग्रेस से मुक्त कर देंगे. इस सवाल पर कि इंडिया गठबंधन में संयोजक और लोगो का ऐलान नहीं किया जा सका, बीजेपी के प्रवक्ता का कहना है कि अभी तक इनकी तीन बैठकों में हुआ क्या है. सिर्फ एक कमेटी की घोषणा कर दी गई, जबकि एक दूसरे को ताकतवर दिखाने की होड़ चल रही.
जहां तक बात वन नेशन-वन इलेक्शन की है, उस पर संसदीय कार्यमंत्री ने कहा है कि इसकी योजना बनाई जाएगी तो चर्चा होगी. इस सवाल पर कि क्या बीजेपी इस चुनौती के लिए तैयार है, यदि इंडिया गठबंधन एक सीट पर एक उम्मीदवार उतरता है. इस पर बीजेपी नेता केके शर्मा ने कहा कि पहले भी बीजेपी इन पार्टियों से लड़कर जीतकर आई है. ये पार्टी के लिए कोई चुनौती नहीं मगर क्या ये संभव हो पाएगा. उन्होंने कहा कि ये गठबंधन सिर्फ चाय पानी पीने के लिए बनाया गया है, ना कोई नीति ना ही नियम अभिताल निर्धारित किए गए हैं.