लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज क्षेत्र में बनाए गए मंदिर में भगवान परशुराम मूर्ति का अनावरण किया. इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अखिलेश यादव ने भगवान परशुराम की पूजा अर्चना की और उनका आशीर्वाद लिया. शंख ध्वनि के बीच उन्होंने करीब 10 मिनट तक पूजा-पाठ किया. इस दौरान उन्होंने एक हाथ में भगवान परशुराम का फरसा तो दूसरे हाथ मे भगवान श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र लेकर समाजवादी सरकार बनाने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की मूर्ति का अनावरण किया है. ब्राह्मण समाज भगवान परशुराम को पूजता है. इतिहास गवाह है कि ब्राह्मण समाज जिस पार्टी के साथ रहता है, उसकी सरकार बनती है और इस बार ब्राह्मणों ने तय कर लिया है कि समाजवादी पार्टी के साथ रहना है और सरकार बनाना है, तो हमारी सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि इस बार मुख्यमंत्री जहां से चुनाव लड़ेंगे, वहीं से हारेंगे, उनसे उनका अपना संगठन ही नाराज है और संगठन ही उन्हें चुनाव हराएगा.
इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी विजय यात्रा के दौरान उमड़ा जनसैलाब बता रहा है कि 2022 में बदलाव तय है. उत्तर प्रदेश के गरीबों के लिए 300 यूनिट बिजली फ्री करने की घोषणा हमने की तो मुख्यमंत्री को समझ में नहीं आ रहा है कि क्या जवाब दें.वह सिर्फ विकास के नाम पर झूठ बोल रहे हैं. कहा कि हमें खुशी है कि दिल्ली वालों ने उन्हें पहले ही पैदल-पैदल चला दिया. इस बार जनता इन्हें पैदल करने का काम करेगी.
उन्होंने कहा कि आज बड़ी संख्या में नौजवान बेरोजगार है. बाबा मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमने 5 लाख नौजवानों को नौकरी दी. कभी कहते हैं एक करोड़ रोजगार दिए. इनके विज्ञापन कह रहे हैं कि दो करोड़ रोजगार दिए. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, अगर उसका कोई जिम्मेदार है तो वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. कहा कि कौन भूल सकता है हाथरस की बेटी का अपमान? कौन भूल सकता है जो उन्नाव में हुआ, कभी नहीं भूल सकते.