लखनऊ : लड़कियों की शादी की कानूनी उम्र 21 साल करने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान वर्क (MP Shafiqur Rahman ) और डॉक्टर एसटी हसन के बयान को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को दोनों सांसदों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी की विचारधारा हमेशा से महिला-विरोधी रही है. उधर, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के सांसदों के बयान से किनारा कर लिया है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पार्टी सांसदों के विवादास्पद टिप्पणी से खुद को दूर करते हुए रायबरेली में कहा कि उनकी पार्टी प्रगतिशील है और संबंधित विचार व्यक्तिगत हैं. वर्क के बयान पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा, 'समाजवादी पार्टी और उसका दृष्टिकोण हमेशा प्रगतिशील रहा है. यह उनकी व्यक्तिगत सोच हो सकती है न कि पार्टी लाइन.'
विर्क का बयान...आवारगी का मौका मिलेगा
केंद्र सरकार ने लड़कियों की शादी की कानूनी उम्र 21 वर्ष करने का फैसला किया है. केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को पुरुषों और महिलाओं की शादी की कानूनी उम्र एक समान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. लड़कियों की शादी की उम्र 18 वर्ष से 21 वर्ष किये जाने के फैसले पर एक चैनल द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में संभल के सपा सांसद शफीकुर्रहमान वर्क ने कहा, 'यह सही कदम नहीं है, लड़कियों की उम्र बढ़ाये जाने से हालात बिगड़ेंगे और इससे ज्यादा आवारगी का मौका मिलेगा.'
एसटी हसन ने प्रजनन दर का दिया तर्क